वाराणसीः मौसम विभाग (Weather department) ने पूर्वांचल (Purvanchal) में लगातार मौसमी बदलाव (seasonal changes) के संकेत दिए हैं. एक दिन पहले हुई बूंदाबांदी (Drizzling) के बाद अब पूर्वांचल में उमस का पर्याप्त (enough heat) असर देखने को मिल रहा है. गुरुवार की सुबह आसमान साफ रहा और सुबह सात बजे से ही धूप के असर के बीच लोग पसीने से तरबतर नजर आए. मौसम विज्ञानियों (Meteorologists) का मानना है कि आने वाले दिनों में आसमान में बादलों की गतिविधि हो सकती है, लेकिन अब आर्द्रता (Humidity) और बढ़ने की संभावना है. माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में स्थानीय ताप का प्रभाव पड़ेगा और अगर उमस बढ़ी तो बूंदाबांदी हो सकती है.
पिछले 24 घंटों में अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य रहा. न्यूनतम तापमान 28.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक था. अधिकतम आर्द्रता 66 प्रतिशत और न्यूनतम 55 प्रतिशत दर्ज की गई. मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट इमेज में बंगाल की खाड़ी से उठा हुआ चक्रवात आसनी (Cyclone Asani) कमजोर होकर उत्तर की बजाय पश्चिम की ओर बढ़ गया है. वहीं उत्तर भारत में इससे गर्मी का प्रकोप बढ़ेगा और लोगों के पसीने छूटेंगे. मौसम विभाग ने भी संकेत दिया है कि पूरे सप्ताह आसमान साफ रहेगा.
मौसम विभाग ने अब एक सप्ताह तक आसमान साफ रहने के संकेत दिए हैं. वहीं, बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवात अब पश्चिम की ओर बढ़ गया है. चक्रवात के गुजरने के बाद एक पखवाड़े के लिए मानसून को उसी रास्ते से गुजरना पड़ता है, ऐसे में चक्रवात के कारण मौसम का मिजाज भी बदल सकता है और मानसून के रास्ते में भी बाधा डाल सकता है जैसा कि होता रहा है पिछले वर्षों. इसके अलावा चक्रवात के कारण उत्तर भारत में बदला मौसम अब लोगों को गर्मी का अहसास और भी ज्यादा कराएगा. हालांकि, अगर तापमान में वृद्धि नहीं होती है, तो गर्मी को नियंत्रित किया जा सकता है.