वाराणसी (UP): यूपी के प्रयागराज जिले के रहने वाले तेज गेंदबाज यश दयाल की आईपीएल 2022 में लॉटरी लग गई है. यश दयाल को गुजरात टाइटंस ने 20 करोड़ में खरीद लिया है.
बता दें कि अनकैप्ड क्रिकेटर यश दयाल का बेस प्राइस 20 लाख रुपये था और केकेआर ने पहली बोली लगाई. आरसीबी और गुजरात टाइटंस के बीच भी होड़ दिखी और फायदा यश को मिला. आखिर में यश को गुजरात टाइटंस ने तीन करोड़ से ज्यादा देकर खरीद लिया.
जाने कौन हैं यश दयाल?
प्रयागराज के रहने यश दयाल लेफ्ट आर्म फास्ट बॉलर हैं. यश दयाल उत्तर प्रदेश की ओर से खेलते हुए142 किमी की रफ्तार से गेंदे फेंक कर सनसनी फैलाई थी. यश का जन्म प्रयागराज के करबला में 13 दिसंबर 1997 को हुआ. यश के पिता चंद्रपाल दयाल भी क्रिकेटर रहे हैं. यश दयाल बाएं हाथ से तेज गेंदबाजी करते हैं. स्विंग के साथ तेजी से अंदर आती गेंदे अक्सर मैचों का रुख मोड़ती नजर आती हैं.
प्रयागराज से की क्रिकेट की शुरुआत
आपको बता दें कि यश दयाल ने अपने क्रिकेट की शुरुआत प्रयागराज से की. यश ने चार साल पहले 2018-19 में विजय हजारे ट्रॉफी में छत्तीसगढ़ के खिलाफ यूपी के लिए अपनी लिस्ट ए की शुरुआत की. यूपी के आठ में से केवल एक मैच जीतने के बावजूद दयाल ने टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया. इसके तुरंत बाद, यश दयाल 2018-19 के रणजी ट्रॉफी में गोवा के खिलाफ प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया. यूपी की टीम ने उस संस्करण में क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई लेकिन सौराष्ट्र से छह विकेट से हार गई. यश दयाल ने 2019 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में डेब्यू किया.
यश दयाल 2021-22 में विजय हजारे ट्राफी में बेहतरीन गेंदबाजी किए. विजय हजारे ट्रॉफी में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले टॉप 5 गेंदबाजों की सूची में इनका भी नाम था. अब तक वो 12 प्रथम श्रेणी मैचों में 45 विकेट, लिस्ट-ए क्रिकेट के 14 मैचों में 23 विकेट और 15 टी-20 मैचों में 15 विकेट ले चुके हैं. दयाल अतिरिक्त खिलाड़ी के रूप में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की एकदिवसीय टीम का भी हिस्सा थे. वहीं, अब गुजरात टाइटंस ने यश दयाल को 3. 20 करोड़ में खरीदा है.
पांच साल की उम्र में खेलने लगे थे क्रिकेट
यश दयाल ने 5 वर्ष की उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. वह अपने पिता चंद्रपाल दयाल शर्मा के साथ प्रयागराज के मदन मोहन मालवीय खेल ग्राउंड पर जाते थे. इसी ग्राउंड पर यश ने क्रिकेट की बारीकियों को सिखा. उनके बचपन के कोच बीएन अग्रवाल रहे, जिन्होंने गेंदबाजी का हुनर सिखाया. इसके बाद कोच कौशिक पाल ने भी यश को तराशा और अब हीरा पूरी दुनिया के सामने चमकने के लिए तैयार है.