वाराणसी: पांच सालों के इंतज़ार के बाद आज खेलों के महाकुंभ टोक्यो ओलंपिक-2020 का उद्घाटन 23 जुलाई 2021 को हुआ। इस ओलंपिक में 205 देशों ने हिस्सा लिया था, तो वहीं रूस को इस रेस से बाहर कर दिया गया था। इसमें भारत का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है। खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत और साहस से भारत को गर्व महसूस कराया और इतिहास रच दिया।
आइए एक नजर डालते हैं कि किस खिलाड़ी ने कौनसा पदक जीता कर भारत को किया सम्मानित –
1. वेटलिफ्टर मीराबाई चानू: मणिपुर की 26 वर्षीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने तोक्यो ओलिंपिक में भारत के लिए पहला सिल्वर मेडल जीता। उन्होंने महिलाओं के 49 किग्रा में 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) भार उठाकर सिल्वर अपने नाम किया।
2. बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन: भारत की स्टार मुक्केबाज लवलीना बोर्गोहेन को महिला वेल्टरवेट वर्ग (69 किग्रा) के सेमीफाइनल में तुर्की की मौजूदा विश्व चैंपियन बुसेनाज सुरमेनेली के खिलाफ शिकस्त के साथ ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा।
3. शटलर पीवी सिंधु: सिंधु ने महिला बैडमिंटन के सिंगल्स का ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। उन्होंने चीन की ही बिंग जियाओ को 2-0 से हराया था। यह उनका ओलिंपिक में रेकॉर्ड दूसरा मेडल रहा।
4. पहलवान रवि दहिया: भारत के पहलवान रवि कुमार दहिया को पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में रूस ओलंपिक समिति (आरओसी) के जायूर उगयेव के हाथों 4-7 से हार का सामना कर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
5. पुरुष हॉकी टीम: भारत की पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को 5-4 से हराकर ऐतिहासिक ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। 1980 के बाद यह पहला मौका था जब भारत ने हॉकी में मेडल जीता है।
6. पहलवान बजरंग पूनिया: पूनिया ने पुरुषों के फ्री स्टाइल 65 किलो वर्ग कुश्ती स्पर्धा का ब्रॉन्ज मेडल जीतते हुए इतिहास रच दिया। उन्होंने कजाखस्तान के डाउलेट नियाजबेकोव को 8-0 से एकतरफा हराया। इसके साथ ही भारत के पदकों की संख्या 6 हो गई है, जो लंदन ओलिंपिक-2012 के कराबर है।
7. नीरज चोपड़ा: नीरज चोपड़ा ने अपने पहले थ्रो में 87.03 मीटर दूर जेवलिन फेंका, जबकि पहले राउंड की दूसरी कोशिश में नीरज के जेवलिन ने 87.58 मी. की दूरी तय की। तीसरी कोशिश में नीरज ने 76.79 मी. दूर जेवलिन फेंका, और भारत को पहला गोल्ड मेडल जीताया।