वाराणसी. केंद्र सरकार और सोशल नेटवर्किंग साइट Twitter के बीच बवाल खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. इसका मुख्य कारण है देश का नया आईटी नियम. दरअसल, शनिवार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के Twitter अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया गया. इसके बाद RSS प्रमुख मोहन भागवत समेत संघ के कई नेताओं के अकाउंट से भी ब्लू टिक हटा दिया गया, जिसके बाद से ही Twitter को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल छिड़ गया.
अब मुद्दा ये है कि आखिर ये Twitter का ब्लू टिक है क्या? ये मिलता कैसे है? आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर ये ब्लू टिक है क्या? आज के समय में सोशल मीडिया का जमाना है. आप लोग कई सोशल साइट्स (जैसे- फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम) उपयोग भी करते होंगे. तब आपने देखा होगा कि किसी-किसी अकाउंट पर नीले रंग का एक निशान बना होता है, इसे ही ब्लू टिक कहते है. सोशल साइट्स के ये ब्लू टिक उस सोशल मीडिया अकाउंट के अधिकारिक होने की पुष्टि करता है. यानी कि अगर किसी अकाउंट पर ब्लू टिक बना है तो वह प्रमाणिक है.
कैसे और किसे मिलता है ब्लू टिक?…आइए जानें
- Setting & Privacy पर जाएं
- Account पर जाकर Account Information पर पहुंचे
- Verification Request पर क्लिक करें
- Twitter हैंडल पर प्रोफाइल नेम और तस्वीर होना जरूरी
- पिछले 6 महीने से Twitter का इस्तेमाल जरूरी
- Twitter अकाउंट में एक निश्चित ईमेल आईडी और फोन नंबर जरूरी
- बीते वक्त में Twitter के नियमों का उलंघन करने पर बैन ना किया हो
इसके लिए Twitter ने सरकार, न्यूज संगठन, पत्रकार, खेल या गेमिंग एक्टिविस्ट, कंपनी, ब्रांड, संगठन, मनोरंजन, सामाजिक कार्यकर्ता, आयोजक और अन्य प्रभावशाली व्यक्ति जैसी कैटेगरी बनाई है. आपको ब्लू टिक पाने के लिए इन कैटेगरी में फिट बैठना जरूरी है.
कब हटाया जाता है ब्लू टिक?
- अगर आप अपना अकाउंट नेम (@handle) बदला जाए
- यदि अकाउंट लंबे समय से एक्टिव ना हो (उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के Twitter हैंडल से ब्लू टिक हटाने को लेकर भी यही दलील दी गई है. उपराष्ट्रपति के इस निजी अकाउंट से पिछले साल 23 जुलाई को आखिरी बार पोस्ट की गयी थी)
- जानबूझकर लोगों को गुमराह करने के लिए डिस्प्ले नेम (display name) या बायो (bio) बदला जाए
- सरकारी पद पर रहते हुए अगर किसी का अकाउंट वेरिफाई हुआ हो और वो व्यक्ति को पद से हटा दिया जाए
- किसी Twitter हैंडल से बार-बार Twitter के नियमों का उल्लंघन किया जाए
सीधे तौर पर कहा जाए तो सभी सोशल साइट्स के कुछ नियम कायदे है, जिनका उलंघन करने पर आपका अकाउंट सस्पेंड या आपके अकाउंट से ब्लू टिक हटाया जा सकता है.