• About Us
  • Contact Us
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
Friday, May 27, 2022, 12:00 PM
News World Digital
  • Home
  • Bharat
  • Covid-19
  • Crime
  • Entertainment
  • Sports
  • Science & Tech.
  • Business
  • International
  • धर्म
  • Other
    • Educational
    • Health & Tips
    • जरा हटकें
    • Trending
    • Videos
No Result
View All Result
  • Home
  • Bharat
  • Covid-19
  • Crime
  • Entertainment
  • Sports
  • Science & Tech.
  • Business
  • International
  • धर्म
  • Other
    • Educational
    • Health & Tips
    • जरा हटकें
    • Trending
    • Videos
No Result
View All Result
News World Digital
No Result
View All Result
  • Home
  • Bharat
  • Covid-19
  • Crime
  • Entertainment
  • Sports
  • Science & Tech.
  • Business
  • International
  • Educational
  • जरा हटकें
  • Health & Tips
  • धर्म
  • Trending
  • Videos
Home Science & Tech.

म्यांमार: 10 करोड़ साल पुराने डायनासोर पक्षी का मिला वंशज

Kishan Gupta by Kishan Gupta
16 June 21, 1:20 AM
in Science & Tech.
0
SHARES
24
VIEWS
म्यांमार: 10 करोड़ साल पुराने डायनासोर पक्षी का मिला वंशज

म्यांमार. हाल ही में जंतु विज्ञानियों ने एक नई प्रजाति की विचित्र छिपकली खोज निकाली है. ये कोई ऐसी वैसी छिपकली नहीं है, इस विचित्र छिपकली का संबंध करीब 10 करोड़ साल पहले विलुप्त हो चुके अजीबो-गरीब प्राचीन जीव से है, जिसे सबसे छोटा उड़ने वाला पक्षी माना जाता है. यह प्राचीन पक्षी क्रेटसेसियस काल (यानी 14.55 करोड़ साल से लेकर 6.55 करोड़ साल के बीच तक) का था.

बता दें कि इस प्राचीन पक्षी का जीवाश्म आज भी अंबर में सुरक्षित रखा है. हैरानी की बात ये है कि जो नई छिपकली मिली है, उसका संबंध भारत के पड़ोसी देश म्यांमार से है. इस नई छिपकली का नाम ऑक्लूडेंटाविस नागा (Oculudentavis Naga) है. यह हमिंग बर्ड के आकार की छिपकली होती है. पहले इसका नाम ऑक्लूडेंटाविस खौनग्राए रखा गया था. लेकिन बाद में बदल दिया गया.

हैरानी वाली बात तब सामने आई जब इस छिपकली का अध्ययन किया जाने लगा तब पता चला कि यह प्राचीन काल की सबसे छोटी डायनासोर पक्षी के वंश की छिपकली है. लेकिन इस विचित्र छिपकली में कई अंतर भी हैं, जो वैज्ञानिकों को काफी अचंभे में डाल रहे हैं. क्योंकि, इसमें छिपकली और पक्षी दोनों के गुण मौजूद है. पक्षियों के गुण होने के बावजूद इस छिपकली को वैज्ञानिक विचित्र और अजीब कह रहे हैं.

नई स्टडी के मुताबिक, यह प्राचीन डायनासोर पक्षी की कजिन (Cousin) हो सकती है. क्योंकि इसकी जांच जीव विज्ञानियों ने अंबर में कैद प्राचीन पक्षी से की है. अंबर में जीव तब फंसते हैं, जब वो किसी कोनिफर पेड़ के टहनी पर बैठे हों और उनके ऊपर पेड़ से चिपचिपा रेसिन पदार्थ गिर जाए. फिर वो जीव इसमें से निकल नहीं पाता. ये रेसिन समय के साथ कड़ा होता जाता है. इसे ही अंबर (Amber) कहते हैं.

बर्कले स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया म्यूजियम ऑफ पैलियोंटोलॉजी के मुताबिक, अंबर में कैद जीव ऑक्सीजन और बैक्टीरिया दोनों से दूर हो जाता है. इसकी वजह से ये पर्यावरणीय स्थितियों के बदलने के बावजूद भी खराब नहीं होता. उस जीव का शरीर भी ना तो खत्म होता है और ना हीं खराब होता है. कई बार तो जीव के नाजुक अंग जैसे – पंख भी उस अंबर में पूरी तरह सुरक्षित रहते हैं, जिससे जीव विज्ञानियों को अध्ययन करने में काफी आसानी होती है.

आज तक अंबर में कैद कई ऐसे जीव मिले हैं, जो पूरी तरह से सुरक्षित हैं. जैसे पंख वाले डायनासोर की पूंछ, प्राचीन छिपकली की जीभ. यहां तक कि सेक्स करते हुए कीड़े के एक जोड़े को 4.10 करोड़ साल बाद पूरी तरह से सुरक्षित और उसी स्थिति में पाया गया था, जिस स्थिति में वो थे. म्यांमार के काचीन प्रांत में क्रेटेसियस काल के कई अंबर जीवाश्म मिलते हैं. इसी प्रांत के अंग बार खदान से वैज्ञानिकों को ऑक्लूडेंटाविस का जीवाश्म मिला था.

'Strange beast' in amber is a very weird lizard https://t.co/zaJwxzIP9Y

— Live Science (@LiveScience) June 15, 2021

दरअसल, इस प्रांत के स्थानीय लोग अंबर को सुरक्षित रखते हैं. इसके बाद अंबर की खोज करनी शुरू की गई तो उन्हें एक खदान में यह बड़ी संख्या में मिले, जिसमें कई तरह के जीव और पौधे कैद हैं. साल 2017 से इस प्रांत के स्थानीय लोग अंबर को खदान से निकालने में मदद कर रहे हैं. लेकिन म्यांमार में मिलिट्री शासन आने के बाद से अब इन खदानों में काम करने या अंबर खोजने कोई नहीं जा पाता. फिलहाल, ये लोग मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाने में लगे हैं.

हालांकि, ऑक्लूडेंटाविस नागा का अंबर जीवाश्म कानूनी तरीके से हासिल किया गया है. उसके बाद उसे साल 2017 में म्यांमार से जीआरएस जेमरिसर्च स्विसलैब (GRS Gemresearch Swisslab) के जेमोलॉजिस्ट एडोल्फ पेरेटी के पास एक्सपोर्ट कर दिया गया. इस जीवाश्म को देखने के बाद एडोल्फ इस बात से परेशान हो गए कि यह पक्षी जैसी छिपकली है या छिपकली जैसा पक्षी. क्योंकि, इसकी कुल लंबाई 14.2 मिलीमीटर है. इसके नाक आगे की ओर निकले हैं. जैसे आमतौर पर पक्षियों के होते हैं.

एडोल्फ पेरेटी की यह स्टडी 14 जून को जर्नल करेंट बायोलॉजी में प्रकाशित हुई है. जब उन्होंने ऑक्लूडेंटाविस नागा का अध्ययन करना शुरु किया तो पता चला कि इसकी खोपड़ी अलग है. यह छिपकली के हिसाब से ज्यादा बड़ी है. इसके सिर का ऊपरी हिस्सा चिपटा है और थूथन बाहर निकला है. आंखें जितनी ज्यादा खुलती हैं, उतनी छिपकलियों की नहीं खुलतीं. यह कई मायनों में प्राचीन डायनासोर पक्षी से मिलता है.

इस स्टडी में शामिल फ्लोरिडा म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री के एसोसिएट साइंटिस्ट एडवर्ड स्टैनले ने कहा कि प्राचीन डायनासोर छिपकली और इस ऑक्लूडेंटाविस नागा के बहुत से चीजें समान हैं. दोनों के जबड़ों में दांतों का फॉर्मेशन एक जैसा है. दांतों का पैटर्न भी मिलता-जुलता है. दोनों के जबड़ों के पीछे के हिस्से में एक क्वाड्रेट है, जो एक जैसा है. यह क्वाड्रेट जबड़ों, दांतों और दिमाग के कैप्सूल को आपस में जोड़ता है.

एडोल्फ और एडवर्ड दोनों ने इसका अध्ययन करने के बाद यह फैसला किया कि इसे छिपकली ही बुलाया जाएगा. भले ही इसकी समानता प्राचीन डायनासोर पक्षी से हो. क्योंकि, यह इवोल्यूशन से जुड़ी एक ऐसी पहेली है, जिसका हल निकाल पाना आसान नहीं है. दोनों ही जीव विज्ञानियों ने दुनियाभर के साइंटिस्ट्स से इस पर रिसर्च करने को कहा है.

Previous Post

धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले में Twitter पर FIR दर्ज, ये है मामला…

Next Post

UP: युवक ने लिफ्ट के बहाने नाबालिग के साथ किया दुष्कर्म

Next Post
UP: युवक ने लिफ्ट के बहाने नाबालिग के साथ किया दुष्कर्म

UP: युवक ने लिफ्ट के बहाने नाबालिग के साथ किया दुष्कर्म

Please login to join discussion
Live Cricket Scores
  • Trending
  • Comments
  • Latest
वाराणसी: पति ने पत्नी व बेटे को पीटा…CCTV में वारदात कैद

वाराणसी: पति ने पत्नी व बेटे को पीटा…CCTV में वारदात कैद

August 8, 2021
राजधानी में हज हाउस बनने के मुद्दे पर‌ विरोध में खड़ी हुई भारतीय जनता पार्टी

दिल्ली: हज हाउस बनने के मुद्दे पर‌ विरोध में खड़ी हुई BJP

August 7, 2021
शहीद श्याम जी यादव, Martyr Shyam Ji Yadav

वाराणसी: जवान का पार्थिव शरीर पहुंचा गांव, ग्रामीणों का उमड़ा सैलाब

February 2, 2022
SP leader attacks BJP

सपा नेता का बीजेपी पर हमला, कहा – योगी और मोदी देश के युवाओं को अपाहिज बनाने का काम कर रहे हैं

January 19, 2022
खिरवा गांव में 21 दिनों में 21 लोगों की मौत

राजस्थान का एक ऐसा गांव, जहां 21 दिन में 21 लोगों ने गंवाई जान

0
काबुल में एक स्कूल के पास बम धमाका, बच्चे समेत 25 की मौत

काबुल में एक स्कूल के पास बम धमाका, बच्चे समेत 25 की मौत

0
हेमंत बिसवा सरमा होंगे असम के अगले मुख्यमंत्री

हेमंत बिसवा सरमा होंगे असम के अगले मुख्यमंत्री

0
इस अस्पताल ने दर्जनों ऑक्सीजन सिलेंडर कचरे में फेंके…

इस अस्पताल ने दर्जनों ऑक्सीजन सिलेंडर कचरे में फेंके…

0
Gyanvapi Masjid case

वाराणसी जिला जज कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद मामले में श्रृंगार गौरी पूजा की सुनवाई कल

May 25, 2022
Gyanvapi Masjid case

ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सुनवाई आज, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जिला जज की अदालत में हेगी सुनवाई

May 23, 2022
बनारस के मौसम हाल, तेज हवा संग बारिश के आसार

बनारस के मौसम हाल, तेज हवा संग बारिश के आसार

May 23, 2022
वाराणसी के अलईपुर में मालगाड़ी के पटरी से उतरे दो डिब्बे, वाराणसी-गोरखपुर रूट पर ट्रेनों का परिचालन हुआ बाधित

वाराणसी के अलईपुर में मालगाड़ी के पटरी से उतरे दो डिब्बे, वाराणसी-गोरखपुर रूट पर ट्रेनों का परिचालन हुआ बाधित

May 21, 2022

Latest

Gyanvapi Masjid case

वाराणसी जिला जज कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद मामले में श्रृंगार गौरी पूजा की सुनवाई कल

May 25, 2022
बनारस के मौसम हाल, तेज हवा संग बारिश के आसार

बनारस के मौसम हाल, तेज हवा संग बारिश के आसार

May 23, 2022
Gyanvapi Masjid case

ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सुनवाई आज, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जिला जज की अदालत में हेगी सुनवाई

May 23, 2022
वाराणसी के अलईपुर में मालगाड़ी के पटरी से उतरे दो डिब्बे, वाराणसी-गोरखपुर रूट पर ट्रेनों का परिचालन हुआ बाधित

वाराणसी के अलईपुर में मालगाड़ी के पटरी से उतरे दो डिब्बे, वाराणसी-गोरखपुर रूट पर ट्रेनों का परिचालन हुआ बाधित

May 21, 2022
ये है दुनिया की सबसे महंगी कार, इसकी कीमत का अंदाजा भी नहीं लगा सकते आप

ये है दुनिया की सबसे महंगी कार, इसकी कीमत का अंदाजा भी नहीं लगा सकते आप

May 21, 2022
Monkeypox Outbreak

दुनियाभर में मंकीपॉक्स के मामले में तेजी, WHO का रिसर्च जारी

May 21, 2022

Bharat

Gyanvapi Masjid case

वाराणसी जिला जज कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद मामले में श्रृंगार गौरी पूजा की सुनवाई कल

May 25, 2022
Gyanvapi Masjid case

ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सुनवाई आज, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जिला जज की अदालत में हेगी सुनवाई

May 23, 2022
वाराणसी के अलईपुर में मालगाड़ी के पटरी से उतरे दो डिब्बे, वाराणसी-गोरखपुर रूट पर ट्रेनों का परिचालन हुआ बाधित

वाराणसी के अलईपुर में मालगाड़ी के पटरी से उतरे दो डिब्बे, वाराणसी-गोरखपुर रूट पर ट्रेनों का परिचालन हुआ बाधित

May 21, 2022
ज्ञानवापी मस्जिद मामले में अदालत ने तहखाने की वीडियोग्राफी पर सुनाया फैसला

ज्ञानवापी शृंगार गौरी प्रकरण में वाराणसी कोर्ट के जिला जज करेंगे सुनवाई, SC का आदेश

May 20, 2022
वाराणसी अदालत में ज्ञानवापी मामले में नहीं होगी सुनवाई आज, जानें क्या है वजह

ज्ञानवापी मस्जिद में जुमे की नमाज के लिए उमड़ी भीड़, लोगों से अपने आसपास की मस्जिदों में नमाज अदा करने की हुई अपील

May 21, 2022
Gyanvapi Masjid case

SC ने ज्ञानवापी मस्जिद मामले की कल तक के लिए टाली सुनवाई, वाराणसी कोर्ट के आदेश पर भी लगा दी रोक

May 19, 2022

Copyright © 2021 News World Digital. All Right Reserved. Developed by Raj Tech.

No Result
View All Result
  • Home
  • Bharat
  • Covid-19
  • Crime
  • Entertainment
  • Sports
  • Science & Tech.
  • Business
  • International
  • Educational
  • जरा हटकें
  • Health & Tips
  • धर्म
  • Trending
  • Videos

© 2022 JNews - Premium WordPress news & magazine theme by Jegtheme.

AllEscort