श्राद्ध पक्ष 2021: हिंदू धर्म के अनुसार ऐसा माना जाता है कि श्राद्ध पक्ष में हमारे पूर्वज धरती पर हमें आशीर्वाद देने आते हैं। इस पक्ष में कई लोगों को उनके पूर्वज उनके आसपास होने का आभास भी होता है तो कई लोगों को उनके सपने आते हैं। श्राद्ध पक्ष इस बार 20 सितंबर से 6 अक्टूबर तक होगा।
तो आइए जानते हैं सपने में पूर्वजों के आने का क्या अर्थ होता है
आशीर्वाद- इस पक्ष में पूर्वजों के आने का खास अर्थ आशीर्वाद देना होता है। कई पंडितों का मानना है कि श्राद्ध पक्ष में दान पुण्य से प्रसन्न होकर उनके पूर्वज सपने में उन्हें आशीर्वाद देने आते हैं। ऐसा कहा जाता है कि उनकी आने का अर्थ है कि उन्होंने अपने श्राद्ध को ग्रहण कर लिया है। जिसके बाद वह सपने में आकर आपको सफलता का आशीर्वाद देते हैं।
दान- ऐसा भी कहा जाता है कि पूर्वज सपने में आकर दान करने को कहते हैं। अक्सर जब पूर्वज सपने में आकर कोई वस्तु मांगते हैं या फिर उनके पैर में जूते चप्पल नहीं होते या उन्हें भूख लगी होती है तो उन्हें संकेत मिलता है कि उनके पूर्वजों को कुछ चाहिए। पंडितों का कहना है कि पूर्वजों द्वारा मांगी गई चीजों का पूरी श्रद्धा के साथ दान करना चाहिए।
गरुड़ पुराण- गरुड़ पुराण के अनुसार पूर्वजों का सपने में आने का अर्थ है कि उनकी आत्मा अभी भी भटक रही है। आत्मा की शांति के लिए उन्हें घर में रामायण, गीता का पाठ कराना चाहिए, ऐसा कराने से पूर्वजों को शांति मिलती है।
परिवार मोह- कई लोगों का यह भी मानना है कि पूर्वजों का उनके परिवार से मोह अभी तक खत्म नहीं हुआ है। पंडितों द्वारा बताया गया है कि ऐसा आभास होने पर गाय को रोजाना 2 रोटी खिलानी चाहिए और अमावस्या के दिन भोग लगाना चाहिए। इस कार्य से पितरों का आशीर्वाद मिलता है।