वाराणसी: भारत के प्राइम मिनिस्टर रह चुके राजीव गांधी की याद में हर साल 20 अगस्त को सद्भावना दिवस या हार्मनी डे मनाया जाता है। इस साल हम राजीव गांधी की 77वीं जयंती मनाई जा रही है। राजीव गांधी के परिवार के लोग और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता उनको श्रद्धांजलि देने के लिए सुबह सुबह वीरभूमि पर गए। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने उनकी मृत्यु के एक साल बाद 1992 में राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार की स्थापना की थी।
हर साल यह दिन राजीव गांधी की याद में मनाया जाता है जो 40 साल की उम्र में भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे। भारत के लिए उनके विजन को श्रद्धांजलि देने के बदले इस अवसर पर समाज की भलाई के लिए योगदान दिया जाता है। उनका हमेशा एक विकसित राष्ट्र बनाने का सपना था जिसके लिए उन्होंने 1986 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, लाइसेंस राज को कम करने और पंचायती राज को शामिल करने सहित कई काम किए हैं। देश को विकास की ओर ले जाने के उनके सामाजिक और आर्थिक कार्यों के लिए सद्भावना दिवस के रूप में जाना जाता है।
भारत को एक विकसित देश बनाने के उनके दृष्टिकोण को देश के लिए आर्थिक और सामाजिक कार्यों की संख्या को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। उनके भाषण के दौरान भारत के विकास के लिए उद्धृत उनके उत्साही और प्रेरक शब्दों को उनकी जयंती पर आज भी याद किया जाता है।
आपको बता दें, सद्भावना दिवस की प्लेज भी है। जो इस प्रकार है…
“I take this solemn pledge that I will work for the emotional oneness and harmony of all the people of India regardless of caste, region, religion or language. I further pledge that I shall resolve all differences among us through dialogue and constitutional means without resorting to violence.”