वाराणसी: जीवन अनिश्चितताओं से भरा है. हर किसी को कभी न कभी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है. लेकिन अगर आप थोड़ी प्लानिंग से चलें तो न सिर्फ आप आर्थिक तंगी के दौर का डटकर मुकाबला कर पाएंगे बल्कि इससे सफलतापूर्वक निकल भी सकते हैं. जानते हैं ये सही वित्तीय प्लानिंग कैसे बनाई जा सकती है.
हमारे जीवन में कई प्रकार की अनिश्चित आवश्कताएं पड़ती है. हर व्यक्ति को कभी न कभी किसी भी प्रकार के आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है. अगर आप थोड़ी समझदारी से प्लानिंग करे तो न सिर्फ आप आर्थिक तंगी के दौर का सामना डटकर कर पाएंगे बल्कि इससे सफलतापूर्वक निकल भी पायेंगे. आइये जानते हैं कि एक सही वित्तीय प्लानिंग कैसे बनाई जा सकती है?
कुछ भी हो आप निवेश करना बंद न करें
स्थिति कितनी भी मुश्किल क्यों न हो निवेश करना बंद न करें. मंथली निवेश या सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) बहुत जरूरी है. इनकी मदद से भविष्य की जरूरतों को लेकर फंड तैयार किया जा सकता है.
इमरजेंसी फंड जरूर बनाएं.
अपने घर खर्च के लिए कम से कम 3 महीने के लिए जरूरी रकम यानि कि इमरजेंसी फंड जरूर बनाएं .यह फंड आप बैंक के सेविंग अकाउंट या म्यूचुअल फंड के लिक्विड फंड में बना सकते हैं. इस फंड का इस्तेमाल सिर्फ इमरजेंसी में ही करें.
निवेश की जानकारी अपने पार्टनर को अवश्य दें
आपने जहां-जहां निवेश किया है उसका पूरा हिसाब रखें और अपने पार्टनर को भी इसकी जानकारी दें. अगर आपको कुछ हो जाता है तो आपका निवेश आपके परिवार के काम तभी आ पाएगा, जब इसकी जानकारी आपके पार्टनर को होगी.
लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस भी है जरूरी
आर्थिक संकट का सामना करने के लिए आपके पास हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस का होना बेहद आवश्यक है. अनहोनी होने पर जहां लाइफ इंश्योरेंस आपके परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान करने मे सहायक है, वहीं हेल्थ पॉलिसी किसी मेडिकल इमरजेंसी में सहायक हैं.
अपने निवेश या पॉलिसी मे नॉमिनी जरूर बनाएं
अपने बैंक खाते, निवेश या बीमा पॉलिसी के लिए किसी को नॉमिनी जरूर बनाएं. नॉमिनी बनाने से आपके न रहने पर आप अपने परिवार वालों को कानूनी पचड़ों में न पड़ने दें. अगर आपने अपने इंश्योरेंस मे किसी को नॉमिनी बना रखा है तो इंश्योरेंस कंपनी से इंश्योरेंस के पैसे आसानी से निकल जाता है.