वाराणसी. साल का पहला सूर्यग्रहण गुरूवार यानी 10 जून 2021 को लगने वाला है. इस सूर्य ग्रहण के दौरान चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के ठीक बीच में होगा. उस समय ये तीनों खगोलीय पिंड एक दूसरे के बिल्कुल सीध में होंगे.
इससे पहले बीते 26 मई को साल का पहला चंद्रग्रहण लगा था. 10 जून को लगने वाला सूर्यग्रहण इसलिए भी खास है, क्योंकि ग्रहण पर शनि जयंती का भी योग बन रहा है. आइए आपको बताते हैं कि साल के इस पहले सूर्यग्रहण को भारत में कब और कहां से देखा जा सकेगा.
भारत में कितने बजे दिखेगा सूर्यग्रहण
साल का पहला सूर्यग्रहण भारत में सभी जगहों पर नजर नहीं आएगा. लेकिन इस नजारे को आखिरी समय में बेहद कम समय के लिए लद्दाख की उत्तर सीमाओं और अरुणाचल प्रदेश की दिबांग वाइल्ड लाइफ सेंचुरी से शाम को तकरीबन 5 बजकर 52 मिनट पर देखा जा सकेगा.
क्या है विशेष संयोग
10 जून को लगने वाला सूर्यग्रहण इसलिए भी खास है. क्योंकि, शनि जयंती पर ग्रहण का योग करीब 148 साल बाद बन रहा है. इससे पहले शनि जयंती पर सूर्यग्रहण 26 मई 1873 को हुआ था. बता दें कि सूर्य और शनि देव पिता-पुत्र हैं.
NASA के मुताबिक, 10 जून को लगने वाला सूर्यग्रहण ‘रिंग ऑफ फायर’ की तरह नजर आएगा. इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी पर पहुंचने वाली सूर्य की पर्याप्त किरणों को ब्लॉक कर देगा. ऐसे में पृथ्वी पर मौजूद लोगों को कुछ समय सूर्य का नजारा किसी चमकती अंगूठी की तरह नजर आएगा.
आखिर कब बनता है रिंग ऑफ फायर
रिंग ऑफ फायर को वलयाकार सूर्यग्रहण कहा जाता है. ऐसा तब होता है जब चंद्रमा सूर्य के पूरे भाग को अपनी छाया में नहीं ढक पाता है. ऐसी स्थिति में सूर्य का कुछ हिस्सा चंद्रमा के पीछे से चमकता है और उसका नजारा आग में तपती एक अंगूठी जैसा होता है. इसे ही रिंग ऑफ फायर कहते हैं.
जानकारों का कहना है कि ये सूर्य ग्रहण साउथ अमेरिका, दि पैसिफिक, हिंद महासागर और अंटार्कटिका के कुछ हिस्सों से भी दिखाई देगा. इसके अलावा देश-विदेश में अलग-अलग जगहों पर लोग लाइव वेबकैम के जरिए इसका दीदार कर पाएंगे.