कीव: बीते दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है. वहीं संयुक्त राष्ट्र की फटकार और प्रतिबंधों की बौछार के बावजूद रूस (Russia) रुकने को तैयार नहीं है. उसने यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे के लिए एक बड़ा मिलिट्री ऑपरेशन शुरू कर दिया है. रूस का 40 मील (64 किलोमीटर) लंबा काफिला (Russian Military Convoy) कीव की तरफ तेजी से बढ़ रहा है. जंग शुरू होने के बाद से ये यूक्रेन की तरफ भेजा गया अब तक का सबसे बड़ा सैन्य काफिला है. इससे पहले, 27 किमी लंबे काफिले की बात सामने आई थी.
मैक्सार टेक्नोलॉजीज द्वारा यह भी कहा गया है कि अतिरिक्त रूसी बल और जमीन पर हमला करने वाली हेलीकॉप्टर इकाइयां भी दक्षिणी बेलारूस में देखी जा सकती हैं, जो यूक्रेन की उत्तरी सीमा से महज 32 किमी दूर है. बता दें कि सोमवार को रूसी सेना ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर Kharkiv पर भी गोलाबारी की थी, जिसमें कम से कम 7 लोगों की मौत हुई है और दर्जनों घायल हुए हैं.
मालूम हों कि रूस-यूक्रेन के बीच सोमवार को बेलारूस में बातचीत हुई थी, लेकिन इसमें कोई समाधान नहीं निकला. यूक्रेन चाहता है कि रूसी सेना पूरे यूक्रेन से जल्द से जल्द वापस जाए. जबकि रूस इसके लिए तैयार नहीं है. हालांकि, खबर है कि कुछ मुद्दों पर दोनों देशों के डेलिडेशन के बीच सहमति बनी है और जल्द दूसरे दौर की मीटिंग भी हो सकती है. हालांकि, जिस तरह से रूस हमले कर रहा है, उससे ये नहीं लगता कि वो बीच का रास्ता निकालने की इच्छा रखता है.
वहीं, एक वीडियो मैसेज में यूक्रेन राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने कहा, ‘मेरा मानना है कि रूस इस सरल तरीके से यूक्रेन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है. जब एक पक्ष, दूसरे पर रॉकेट से हमले कर रहा हो तो फिर किसी और बात की गुंजाइश ही नहीं रह जाती’. गौरतलब है कि इससे पहले खबरें आई थीं कि रूस से बचने के लिए जेलेंस्की मुल्क छोड़कर भाग गए हैं, लेकिन उन्होंने इन खबरों का खंडन किया है.