Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 1 हफ्ते से युद्ध जारी है. ऐसे में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दुनिया भर में तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. इसी बीच भारतीय मूल के रूसी विधायक डॉ अभय कुमार सिंह ने रूसी राष्ट्रपति के फैसले को सही ठहराया है. यूनाइटेड रशिया पार्टी (United Russia Party) के मेंबर डॉ अभय कुमार सिंह (Dr. Abhay Kumar Singh) ने कहा कि पड़ोसी देश के खिलाफ मिलिट्री एक्शन से पहले उसे बातचीत के लिए पर्याप्त मौका दिया गया था.
डॉ अभय कुमार सिंह ने यूक्रेन में मिलिट्री एक्शन शुरू करने के पुतिन के फैसले की असली वजह भी बताई. उन्होंने पूछा, ‘अगर चीन, बांग्लादेश में अपने सैन्य अड्डे बना ले भारत की क्या प्रतिक्रिया होगी. क्या भारत यह स्वीकार करेगा कि दुश्मन उसे चारों ओर से घेर लें.’ उन्होंने कहा कि इस सवाल में ही रूस के मिलिट्री एक्शन का बड़ा राज छुपा है.
डॉ अभय कुमार सिंह (Dr. Abhay Kumar Singh) ने कहा, अगर यूक्रेन नाटो में शामिल हो जाता है तो फिर नाटो बलों और उनके हथियारों की सीधी तैनाती रूस के बॉर्डर पर हो जाएगी. चूंकि यूक्रेन हमारा पड़ोसी देश है और यह समझौते का उल्लंघन होता. इसलिए हमारे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और संसद के पास कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. ऐसे में यूक्रेन के खिलाफ मिलिट्री एक्शन का फैसला लिया गया.’
डॉ अभय कुमार सिंह ने कहा कि रूस के खिलाफ साजिश कर रहे पश्चिमी देशों से मुल्क की रक्षा के लिए राष्ट्रपति ने यह अलर्ट आदेश जारी किया है. इसका मतलब किसी पर परमाणु हमले की तैयारी नहीं बल्कि अपने देश की रक्षा के लिए तैयार होना है. उन्होंने कहा कि रूस के लिए अपने देश की रक्षा सबसे बड़ी बात है और वह इससे कोई समझौता नहीं करेगा. चाहे उसे इसके लिए कोई भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़ जाए.
बताते चलें कि डॉ अभय कुमार सिंह (Dr. Abhay Kumar Singh) का जन्म बिहार के पटना में हुआ था. उनकी स्कूल की पढ़ाई Loyola High School में हुई थी. वे वर्ष 1991 में रूस चले गए और वहां Kursk State Medical University से ग्रेजुएशन किया. पढ़ाई के बाद वे डॉक्टरी की प्रैक्टिस के लिए भारत लौट आए लेकिन फिर बाद में अपना खुद का दवा व्यवसाय शुरू करने के लिए रूस चले गए.
बाद में रियल एस्टेट और निर्माण क्षेत्र में कदम बढ़ाए. इसी दौरान उनका झुकाव राजनीति की ओर हुआ और वे वर्ष 2015 में, राष्ट्रपति पुतिन के नेतृत्व वाली यूनाइटेड रशिया पार्टी के सदस्य बन गए. उन्होंने वर्ष 2018 में कुर्स्क से प्रांतीय चुनाव जीता और ‘डेप्यूटैट’ (deputat) यानी विधायक बन गए. भारतीय छात्रों पर यूक्रेन में हो रहे हमलों पर डॉ अभय कुमार सिंह (Dr. Abhay Kumar Singh) ने कहा कि हो सकता है कि ऐसा करके यूक्रेनियन बदला ले रहे हों क्योंकि भारत यूक्रेन का समर्थन नहीं कर रहा है.