टोक्यो: पूर्वी जापान में देर रात आए शक्तिशाली भूकंप के कारण दो लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए हैं. साथ ही सुनामी की भी चेतावनी दी गई है. अधिकारियों ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी. मध्यरात्रि से कुछ वक्त पहले आए 7.4 तीव्रता के भूकंप के बाद देश के पूर्वोत्तर में रहने वाले लोग और अधिकारी नुकसान का आंकलन करने की कोशिश कर रहे हैं.
भूकंप का केंद्र 60 KM की गहराई में
देश के उत्तरपूर्वी और पूर्वी क्षेत्रों विशेषकर मियागी और फुकुशिमा क्षेत्र में जोरदार झटके महसूस किए गए, जहां छह से अधिक तीव्रता के झटके महसूस किए. स्थानीय समयानुसार बुधवार रात करीब 11ः36 बजे भूकंप के झटके महसूस किए. भूकंप का केन्द्र 37.7 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 141.7 पूर्वी देशांतर 60 किमी की गहराई में स्थित था.
भूकंप से अंधेरे में डूबे लाखों घर
भूकंप के तुरंत बाद राजधानी टोक्यो और अन्य जगहों पर करीब 20 लाख घरों की बिजली गुल हो गई, लेकिन रात भर में इसे धीरे-धीरे बहाल कर दिया गया. बिजली कंपनी TEPCO ने कहा कि मियागी और फुकुशिमा क्षेत्रों के करीब 35,600 घरों में गुरुवार सुबह भी बिजली नहीं थी.
पटरी से नीचे उतरी चलती बुलेट ट्रेन
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वहां एक चलती बुलेट ट्रेन पटरी से नीचे उतर गई. उस वक्त ट्रेन में लगभग 100 लोग सवार थे. हालांकि इस दौरान कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ. जापान की ईस्ट निप्पॉन कंपनी के मुताबिक कई एक्सप्रेसवे को आवाजाही के लिए बंद कर दिया है. इसके अलावा और भी कई बुलेट ट्रेनों को बंद कर दिया गया है.
भूकंप से कई इमारतों को नुकसान
भूकंप के कारण कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है और कई घरों की टूटी दीवारें जमीन पर गिरी दिखाई दी. फुकुशिमा शहर में खिड़कियों के टुकड़े दिखाई दे रहे हैं और कई सड़कें भी टूट गई हैं.
फुकुशिमा त्रासदी की डरावनी यादें ताजा
भूकंप के झटकों ने जापान के लोगों के जहन में साल 2011 की फुकुशिमा त्रासदी की काली यादें ताजा कर दी, जब 11 साल पहले जापान में 9.0-9.1 तीव्रता का भयानक भूकंप आया था, जिसके बाद आई सुनामी ने फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को बर्बाद कर दिया था. सुनामी से करीब 18,500 लोग मारे गए थे या लापता हो गए थे.