सीवान (बिहार). कुछ बेखौफ अपराधियों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया. भीड़भाड़ वाले एरिया में अपने बाईक को साईड न मिलने पर अपराधियों ने बाइक सवार फायरिंग शुरू कर दी. गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गई, लोगों को मारने के बाद ये अपराधी वहां से भाग निकले, लेकिन कुछ दूर आगे जाकर दोबारा फायरिंग की, जिसमें दो अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गए. ये अपराधी हवा में हथियार लहराते हुए मौके से फरार हो गए. पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है.
आपको बता दे कि गुरुवार दोपहर में दो बाइक पर सवार चार अपराधियों ने पहले महाराजगंज बाजार में दो युवकों को गोली मारी और फिर फायरिंग करते हुए रगड़गंज के तरफ भाग निकले. यहां पर फिर हवाई फायरिंग की, जिसमें दो अन्य युवकों को गोली लग गई. इस घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और अन्य दो गोली लगने से घायल युवकों को उपचार के लिए पटना भेजा गया है.
पुलिस ने बताया, “ये पूरा विवाद बाइक को साइड न मिलने पर हुआ. दो बाइक पर सवार चार युवक बाजार से गुजर रहे थे. भीड़ भाड़ वाले बाजार में बाइक निकालने की जगह नहीं मिल पाई, तो बाइक सवारों ने फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग से बाजार में भगदड़ मच गई. महाराजगंज के व्यवसायी अखिलेश पटेल ने बताया कि गोली लगने से दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई.”
जांच के बाद पुलिस ने मृतकों का नाम अरमान अंसारी पुत्र इमाम अंसारी निवासी रुकुन्दीपुर और सुदामा यादव निवासी गांव मिश्रवलिया बताया है. महाराजगंज में फायरिंग करने के बाद, अपराधियों ने रगडगंज में भी फायरिंग की, जिसमें बंगरा निवासी मनीष कुमार और एक अन्य युवक गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया. घायलों को उपचार के लिए पटना अस्पताल में रेफर किया गया है.
जानकारी के अनुसार, बाजार में हुई इस घटना से लोगों में बहुत ज्यादा दहशत फैल गई. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने फरार अपराधियों की तलाश शुरू कर दी, लेकिन उनका कोई सुराग हाथ नहीं लग सका.
पुलिस ने दोनों मृतकों की लाशों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. महाराजगंज पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. अपराधियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
वहीं घटना के बाद महाराजगंज में जिला पार्षद चंद्रिका राम के नेतृत्व में आक्रोशित लोगों और परिजनों ने हंगामा किया. सड़क पर टायर जलाकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई. हंगामे की वजह से सड़क पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया. लोगों का कहना है कि महाराजगंज की प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, जिससे डर के साए में जीना पड़ रहा है.