नारायणपुर (छत्तीसगढ़): बस्तर संभाग के ग्रामीणों ने नक्सलियों के खिलाफ मोर्चा उठा लिया है. छोटे डोंगर थाना क्षेत्र के मढ़ोनार गांव के सभी ग्रामीण नक्सलियों के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाने थाना पहुंचे हैं. नारायणपुर जिले का यह पहला मामला है, जहां नक्सलियों के खिलाफ ग्रामीण खुल कर विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि गांव में सड़क और पुल निर्माण का काम चल रहा था. उस दौरान बड़ी संख्या में नक्सली पहुंचे, जिन्होंने काम बंद करवा दिया. हमारी पिटाई की और एक मुंशी की हत्या भी कर दी.
जानकारी के अनुसार, इस घटना के बाद मढ़ोनार गांव की पूरी आबादी (जिनमें बच्चे, महिला व पुरुष) पैदल 8 किमी की दूरी तय कर नक्सलियों के खिलाफ रिपोर्ट लिखवाने छोटे डोंगर थाना पहुंचे. हालांकि, गांव लौटने पर इन्हें नक्सलियों का डर भी सता रहा है. वन विभाग के अधिकारी अभिषेक पैकरा ने कहा कि कार्रवाई की जा रही है. वहीं, अज्ञात नक्सलियों के खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया गया है.
थाने पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि हम गांव में सड़क और पुल चाहते हैं, लेकिन नक्सली बनने नहीं दे रहे हैं. बिना सड़क के कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. गांव तक एम्बुलेंस नहीं पहुंचती है. साथ ही इलाके में कई छोटे-बड़े नदी नाले हैं, जिसमें बारिश के दिनों में पानी भर जाता है. इससे जरूरत का सामान लेने के लिए दूसरे गांव तक नहीं जा पाते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि केवल खेती किसानी से जिंदगी नहीं चलती है, हम मजदूरी करके कुछ पैसे भी कमाना चाहते हैं. नक्सली यदि निर्माण बंद करवा देंगे तो हमें मजदूरी मिलेगी.
गुरुवार को हुई थी वारदात
मढ़ोनार में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (PMGSY) के तहत सड़क और पुल निर्माण का काम चल रहा था. गुरुवार की देर शाम नक्सलियों के आमदई एरिया कमेटी के दर्जनों नक्सलियों ने दस्तक दी. सबसे पहले उन्होंने निर्माण कार्य बंद करवाया, फिर सारे मजदूरों को बंधक बनाकर उनकी पिटाई की. ट्रैक्टर और JCB सहित अन्य वाहनों को आग के हवाले कर दिया था. निर्माण कार्य करवा रहे एक मुंशी की भी गला रेत कर हत्या कर दी थी.