उन्नाव (UP): उन्नाव में दलित युवती हत्या मामले की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है, जिसमे दम घुटने से मौत होना पाया गया है. वहीं जिलाधिकारी और एसपी के समझाने के बाद आखिरकार परिवार वालों ने अंतिम संस्कार कर दिया कर दिया गया. दरअसल, युवती का अंतिम संस्कार चन्दन घाट पर होना था, लेकिन पीड़ित परिजन कई मांगों को लेकर घाट पर बैठ गए. डीएम ने पीड़ित परिवार से बातचीत कर कार्रवाई का आश्वासन दिया, साथ ही मामले की सीबीआई जांच करने का आश्वासन दिया.
दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन
उन्नाव के डीएम का कहना है कि उनकी सभी मांगे जो जायज हैं, वह मान ली गई हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बता दें, पीड़ित परिजनों ने बेटे को नौकरी, 25 लाख रुपये मुआवजा, शेष अभियुक्तों पर कार्रवाई, सीबीआई जांच, परिजनों को सुरक्षा जैसी छ: मांगें सामने रखी हैं.
दम घुटने से मौत
उन्नाव में दलित युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है, जिसमे दम घुटने से मौत होना पाया गया है. इसके साथ ही युवती के गले की हड्डी और सिर की हड्डी पर गम्भीर चोट है. तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया. पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है. बता दें कि युवती की हत्या का आरोप समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह पर लगा है. पुलिस ने गुरुवार को राजोल सिंह के प्लॉट से ही शव बरामद किया.
प्रभारी निरीक्षक निलंबित
वहीं, एएसपी शशि शेखर सिंह ने बताया कि मामले में कार्रवाई करते हुए प्रभारी निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा एक अन्य आरोपी सूरज को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस पर उठ रहे सवाल
आपको बता दें कि पीड़ित परिजन और राजनैतिक दलों के नेताओं ने उन्नाव पुलिस पर कई सवाल खड़े किए. उनका आरोप है कि 8 दिसंबर से लापता युवती के मामले में उन्नाव पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. अगर पुलिस समय से कार्रवाई करती तो आज उनकी बेटी जिंदा होती.
गौरतलब है कि कोतवाली थाना क्षेत्र के काशीराम कॉलोनी में रहने वाली दलित महिला रीता की बेटी 8 दिसंबर से गायब थी. जिसके बाद पीड़ित मां ने 9 दिसंबर को पूर्व मंत्री के बेटे रजोल सिंह के खिलाफ तहरीर देते हुए बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया था. मृतक युवती की मां ने पुलिस पर सपा सरकार में पूर्व मंत्री के बेटे रजोल सिंह से मिली भगत होने और लापरवाही का आरोप लगाया है.