वाराणसी. देश में जहां एक ओर कोरोना महामारी के खिलाफ जंग लड़ने के लिए तेजी से वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है. वहीं, दूसरी ओर देश के अलग-अलग हिस्सों से कहीं वैक्सीन ना लगाने को लेकर तो कहीं फर्जी वैक्सीन लगाने को लेकर दावे किए जा रहे है. कुछ ऐसा ही देखने को मिला कोलकाता और महाराष्ट्र में. जहां मुंबई में करीब 2000, वहीं कोलकाता में विकलांगों समेत करीब 500 लोगों को फर्जी वैक्सीन लगाई गई है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुंबई में करीब 2 हजार लोग, जिन्होंने ये सोचा कि उन्हें कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है, असल में उन्हें सेलिन सॉल्यूशन दी गई है. पुलिस का कहना है कि मामले में मुंबई के एक प्राइवेट अस्पताल के 2 डॉक्टरों समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) विश्वास पाटिल ने कहा कि हमने पाया कि इस सिंडिकेट की तरफ से आठ और कैम्प का आयोजन किया गया था. पुलिस ने 12.4 लाख रुपये बरामद किए हैं, जिन्हें अभियुक्तों ने धोखाधड़ी से लोगों से लिया था.
इधर, कोलकाता में पुलिस ने अपने आपको सिविल सर्वेंट बताने वाले शख्स को गिरफ्तार किया गया है, जिसके पास अनुवांशिकी में मास्टर डिग्री है और उसने कथित तौर पर आठ नकली शिविर चलाए थे. पुलिस ने बताया कि कम से कम 250 विकलांगों और ट्रांसजेंडर्स को एक साइट पर वैक्सीनेट किया गया. जबकि पूरे शहर भर में करीब 500 लोगों को यह वैक्सीन लगाई गई है.