वाराणसी. देश-दुनिया में कई ऐसे लोग होते है, जो किसी न किसी काम के लिए बैंक से कर्ज यानी कि उधार लेते हैं. किसी कारणवश कई बार ग्राहक उस कर्ज को समय पर नहीं चुका पाते. इसके लिए रिजर्व बैंक ने बुधवार को बैंकों से कहा कि वह आभूषण निर्यात और घरेलू स्वर्ण आभूषण विनिर्माताओं को Gold Loans का कुछ हिस्सा सोने के रूप में लौटा सकते हैं.
रिजर्व बैंक ने कहा कि बैंकों को गोल्ड लोन का कुछ हिस्सा एक किलो अथवा इससे अधिक सोने के रूप में लौटाने का विकल्प ग्राहकों को देना चाहिए. इसके साथ ही जीएमएल का भुगतान भारतीय रुपये में उधार लिए गए सोने के मूल्य के बराबर राशि पर किया जाता है, जिसमें कुछ शर्ते भी होंगी.
रिजर्व बैंक के मुताबिक, सोने का आयात करने के लिए प्राधिकृत बैंक और स्वर्ण मौद्रीकरण योजना (जीएमएल) 2015 मे भागीदारी करने वाले प्राधिकृत बैंक आभूषण के निर्यातक और स्वर्णाभूषणों के विनिर्माताओं को जीएमएल उपलब्ध करा सकती है, जिसमें आभूषण विक्रेता बैंकों से लिए कर्ज समय पर चुका सकें.