वाराणसीः केंद्र सरकार की ओर से आज यानी बुधवार 14 जुलाई को करीब 1.2 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों व पेंशनर्स को बड़ी राहत दी गई है. आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 17 से बढ़ाकर 28 फीसदी कर दिया है. साथ ही पेंशनर्स के लिए डियरनेस रिलीफ (DR) की बहाली करने का भी निर्णय लिया गया है. यह 1 जुलाई 2021 से लागू होगा.
जुलाई से लागू होगी डीए:
दरअसल, केंद्रीय कर्मचारियों की डीए (Dearness Allowance) की तीन किस्तें मिलनी बाकी थीं. कोरोना महामारी के चलते सरकार ने डीए पर रोक लगा दी थी. इसी तरह पेंशनर्स के DR की किस्तों का भुगतान भी नहीं हुआ. कर्मचारियों और पेंशनर्स का 1 जनवरी 2020, 1 जुलाई 2020 और 1 जनवरी 2021 का डीए और डीआर पेंडिंग है. लेकिन सरकार ने कहा है कि बढ़ी हुई दर जुलाई 2021 से लागू होगी और पिछले बकाया पर यह लागू नहीं होगा. यानी आज की डेट से आगे के लिए 28 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता दे दिया जाएगा.
अब केंद्र सरकार ने अपने 48 लाख कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनधारियों को 28 फीसदी की दर से महंगाई भत्ता (डीए) देने का निर्णय लिया है. सरकार, डीए की बढ़ी हुई राशि यानी 28 फीसदी के हिसाब से कर्मियों के खाते में डालेगी.
क्यों मिलता है महंगाई भत्ता:
हाल के महीनों में सब्जियों से लेकर तेल तक तमाम सामान की महंगाई काफी बढ़ी है. केंद्रीय कर्मचारी व पेंशनधारक पर लगातार बढ़ती महंगाई का बोझ ना पड़े, इसके लिए महंगाई भत्ता दिया जाता है. आम तौर पर यह एक साल में दो बार (जनवरी से जून तक और फिर जुलाई से दिसंबर तक) दिया जाता है. केंद्र सरकार द्वारा महंगाई भत्ता छह महीने के महंगाई का औसत अनुमान पर तय किया जाता है.
कितनी बढ़ेगी सैलरी:
केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में सीधे 11 फीसद की बढ़ोतरी हो रही है. इससे उनके वेतन में अच्छी बढ़त हो जाएगी. 7वें वेतन आयोग के अनुसार, अब कर्मचारियों के वेतन के लिए एक फॉर्मूला है, जिसे फिटमेंट फैक्टर कहा जाता है. इसी फिटमेंट फैक्टर के आधार पर वेतन का निर्धारण होता है.
फिलहाल, केंद्रीय कर्मचारियों का फिटमेंट फैक्टर 2.57 है. किसी कर्मचारी का वेतन कैलकुलेट करने के लिए डीए, टीए (Travel Allowance), और घर किराया (HRA- House Rent Allowance) को छोड़कर बेसिक वेतन को 2.57 से गुणा किया जाता है. मान लीजिए, किसी का बेसिक वेतन 30,000 रुपये है तो भत्ते को छोड़कर उसकी सैलरी 30,000 X 2.57 = 77,100 रुपये होगी.
इसके बाद इसमें महंगाई भत्ता, मेडिकल भत्ता आदि जुड़ता है. 30,000 बेसिक वेतन पर अगर पहले 17 फीसदी के मुताबिक महंगाई भत्ता 5,100 रुपये मिल रहा था, तो अब 28 फीसदी के हिसाब से उसे महंगाई भत्ता 8,400 रुपये मिलेगा. यानी उसके वेतन में कम से कम 3,300 रुपये की बढ़त तो होगी ही. इसके बाद इसमें एचआरए और मेडिकल अलाउंस जुड़ेगा. डीए के आधार पर ही कर्मचारियों का HRA और मेडिकल खर्च भी तय होता है.