वाराणसीः प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) (Pragatisheel Samajwadi Party (Lohia) ) के प्रमुख व सपा (Samajwadi Party) विधायक शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बीच फिर से तकरार की खबरे सामने आ रही हैं. शिवपाल यादव ने एक बार फिर बगावती तेवर दिखाए हैं, वह सपा विधायकों की बैठक में न बुलाए जाने से नाराज हो गए हैं. ऐसे में एक बार फिर मुलायम सिंह यादव के कुनबे में जंग के आसार बढ़ गए हैं. शनिवार को हुई समाजवादी पार्टी के बैठक में शिवपाल सिंह को नहीं बुलाए जाने के बाद वह लखनऊ से सीधा इटावा चले गए.
बता दें कि शनिवार को सपा विधायकों की होने वाली इस बैठक में शिवपाल सिंह यादव इस मीटिंग में नहीं पहुंचे हैं. शिवपाल सिंह यादव का कहना है कि उन्हें मीटिंग के बारे में कोई जानकारी नहीं है, इसलिए वो विधायकों की इस मीटिंग में नहीं गए हैं. इसके बाद शिवपाल ने कहा था कि वह 2 दिन से बैठक का इंतजार रहे थे. लखनऊ से वह सीधे इटावा पहुंचे. यहां एक कार्यक्रम में उनका दर्द छलक उठा. उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए रामायण और महाभारत के चरित्रों का उदाहरण दिया. साथ ही कहा कि हमें हनुमान की भूमिका याद रखनी चाहिए, क्योंकि उन्हीं की वजह से राम युद्ध जीत सके थे.
इटावा के एक कार्यक्रम में शिवपाल ने यह भी कहा कि शिवपाल ने कहा कि विषम परिस्थितियां कभी-कभी आती हैं. आमजन ही नहीं, भगवान पर भी विषम परिस्थितियां आईं. कई संकट आएस लेकिन अंत में जीत सत्य की ही होती है. वहीं बैठक में शिवपाल यादव को नहीं बुलाए जाने पर सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा है कि यह बैठक सपा की थी. इसमें हमारे सहयोगी दल प्रसपा, रालोद, जनवादी पार्टी, महान दल, सुभासपा किसी को नहीं बुलाया गया. सहयोगी दलों के साथ 28 को बैठक है,उसी में शिवपाल यादव समेत सभी सहयोगियों को बुलाया जाएगा.