वाराणसी: पिछले 1 हफ्ते से रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है, ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या इसका असर रूस के साथ भारत के रक्षा सौदों (Defense Deals with Russia) पर पड़ेगा? क्या पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर कई सारे आर्थिक प्रतिबंध (Economic Sanctions) लगाने की स्थिति में एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम (S-400 Air Defence System) की डिलीवरी प्रभावित हो सकती है? इसका जवाब रूसी राजदूत ने दिया है.
रूसी राजदूत का जवाब
भारत में मौजूद रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव (Denis Alipov) ने एक चैनल से बात करते हुए कहा, ‘मुझे भारत को एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम (S-400 Air Defence System) की आपूर्ति के संबंध में कोई बाधा नहीं दिखती है. हमारे पास इस सौदे को जारी रखने के लिए तंत्र है.’ उन्होंने आगे कहा, ‘रूस हमेशा राख से उठ खड़ा हुआ है और यह फिर से उठेगा. हमने पूरी तरह से सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए हैं. हमारी अर्थव्यवस्था दबाव से बाहर निकलेगी.’
बता दें कि भारत को रूस से एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की पहली खेप मिल चुकी है, लेकिन अभी चार अन्य की डिलीवरी होनी है. रूस की तरफ से अभी तक डिलीवरी में देरी का कोई संकेत नहीं मिले हैं, लेकिन यूक्रेन के साथ यह संकट लंबा चला तो यह चिंता का विषय जरूर हो सकता है. इसके अलावा CAATSA कानून के तहत खरीदारी के लिए अमेरिका का भारत पर प्रतिबंध एक अलग संभावना है. अभी तक अमेरिका चीन और तुर्की पर प्रतिबंध लगा चुका है, लेकिन भारत को नजरअंदाज किया गया है.
आपको बता दें कि रूस-यूक्रेन संकट ( Russia-Ukraine Crisis) के चलते वैश्विक बाजार (Global Market) पर खतरा बरकरार है. दुनियाभर के शेयर बाजार बुरी तरह लड़खड़ाकर संभल रहे हैं. वहीं इस भू-राजनीतिक तनाव (Geopolitical Tensions) का और बुरा असर ग्लोबल मार्केट पर भी दिख सकता है. मशहूर फाइनेंशियल एंड रिसर्च कंपनी नोमुरा (Nomura) की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन संकट के चलते एशिया में सबसे बड़ा असर भारत (Ukraine conflict Effect on India) पर हो सकता है. क्रूड ऑयल (Crude Oil Prices) की आसमान छूती कीमतों का असर भारत को सबसे अधिक प्रभावित कर सकता है.