वाराणसी (उत्तर प्रदेश). लगातार बारिश के कारण वाराणसी के कई इलाकों में जलभराव से लोगों को काफी परेशानी झेलना पड़ रहा है. कीचड़ और गंदगी से राहगीरों को चलने में बहुत दिक्कत हो रही है. बारिश के कारण नाले-नालियां जाम हो गए है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बना है. सड़कों के गड्ढों में पानी भर गया है. कई इलाकों की सड़कों पर दलदल जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है.
बारिश के चलते नगर निगम की ओर से कूड़ा उठाना भी प्रभावित हो गया है. जल निकासी के लिए नगर निगम प्रशासन का प्रयास विफल हो गया है. दो पहिया- चार पहिया वाहन तो दूर घर से पैदल निकलना भी मुश्किल हो गया है. सड़कों पर जलभराव से गंदा पानी लोगों के घरों में चला जा रहा है.
फारुकी नगर, आजाद नगर, सुदामापुर, सरायसुर्जन में नाले का पानी गली में भर गया है, जिससे लोग उस गंदे पानी में आने जाने के लिए बाध्य है. राहगीरों की दुश्वारियां का एहसास उन अधिकारियों को नहीं हो रहा है जो अपने घर में बैठे हैं. निराला नगर में जल भरा हुआ सीवर ओवरफ्लो होने के कारण उस इलाके के कई घरों में गंदा पानी भरा गया है. बेनियाबाग, नगवा चुंगी से सामने घाट मार्ग पर फैली मिट्टी व कीचड़ से राहगीर और कई बाइक सवार गिरकर चोटिल हो चुके हैं. लेकिन प्रशासन इसकी सुध नहीं ले रहा है.
बारिश से गिरा जर्जर भवन
बारिश से बुलानाला क्षेत्र के जर्जर भवन का एक हिस्सा गिर गया. हालांकि, कोई जनहानि नहीं हुई है. मैदागिन से चौक की ओर मुख्य मार्ग पर ही जर्जर भवन का एक हिस्सा शनिवार को अचानक गिर गया. वैसे उस जर्जर भवन को गिराने के लिए नगर निगम में 10 जून को ही ध्वस्तीकरण का आदेश जारी कर दिया था और 14 जून को उस भवन को गिराना था. लेकिन पुलिस फोर्स न मिलने के कारण भवन को पूरा नहीं गिराया जा सका. यदि नगर निगम में इस भवन के ऊपरी हिस्से को नहीं गिराया तो भविष्य में जान-माल की क्षति हो सकती है.