वाराणसी: बनारस को तहजीब का शहर कहा जाता है, जहां लोग मस्त और बिंदास रहते हैं. बनारस की यह खासियत है कि यहां जो कोई भी आता है उसका दिल से स्वागत करता है. यही कारण है कि दुनिया भर से पर्यटक बनारस की ओर खींचे चले आते हैं, लेकिन इन दिनों एक तस्वीर काशीवासियों के लिए बेहद गर्व करने वाली सामने आई है.
काशीवासियों की दरियादिली
मालूम हों कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है. इस युद्ध में मानवता तार-तार हो रही है. भारत के छात्र भी इसी युद्ध में फंसे हुए थे, जिन्हें भारत सरकार रूस और यूक्रेन से संपर्क करके स्वदेश वापस ला रही है.ऐसे में रूसी महिला का बनारस में पैसा खत्म हो जाना और फिर गाड़ी के ईंधन भी खत्म हो जाने के बाद बनारस के लोगों ने अपने जिंदादिली का सबूत पेश कर दिया. इस एक घटना ने सभी का दिल जीत लिया है. वाराणसी में वाहन का ईंधन खत्म होने पर विदेशी महिला पर्यटक का शनिवार शाम कपसेठी पुलिस और समाजसेवियों ने सहायता की.
पुलिस ने की रसियन महिला की मदद
रूस के क्रीमिया शहर से 15 दिनों पूर्व गोवा से किराए पर टैक्सी वाहन लेकर आई लतेर नामक महिला के कार का ईंधन खत्म हो गया. जिसके बाद कपसेठी थाना क्षेत्र में 10 साल के बच्चे के संग परेशान महिला को देख लोगों ने पुलिस को सूचना दी. महिला ने बताया कि एक मित्र से दो हजार मंगाया और उसका ईंधन भरवा लिया. लेकिन खाने-पीने के लिए पैसे नहीं हैं. इस पर कपसेठी पुलिस और वहां इलाके के कुछ समाजसेवियों ने 10 हजार रुपये एकत्रित करके महिला को दिया. वहीं एक होटल में भोजन भी कराया. कपसेठी पुलिस और अन्य लोगों को धन्यवाद कहते हुए महिला कार से दिल्ली के लिए निकल गई. यहां से वह रुस जाएगी.