बाराबंकी: जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के लेखाधिकारी कार्यालय में आज अजीबो-गरीब नजारा देखने को मिला. जहां बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों ने इकट्ठा होकर झाड़ू लगाय और लेखाधिकारी कार्यालय के कर्मचरियों पर भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी का गंभीर आरोप लगाते हुआ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन को प्राथमिक शिक्षक संघ, जूनियर शिक्षक संघ, अटेवा, SC/ST शिक्षक संघ, विशिष्ट बीटीसी शिक्षक संघ ने भी अपना समर्थन दिया.
शिक्षकों ने लगाया आरोप
बता दें कि लेखाधिकारी कार्यालय परिसर विकास भवन में इकट्ठा हुए सैकड़ों शिक्षकों ने झाड़ू लगाकर विरोध प्रदर्शन करने के बाद अपना आठ सूत्रीय मांगों का ज्ञापन लेखाधिकारी को सौंपा. इस दौरान शिक्षकों ने आरोप लगाया कि उन लोगों का वेतन कभी भी समय से नहीं आता. साथ ही लेखाधिकारी कार्यलाय में कोई भी काम बिना रिश्वत दिये नहीं होता. वहीं सैकड़ों शिक्षकों ने आरोप लगाया कि लेखाधिकारी दिलीप सिंह पूरी तरह से तानाशाही पर उतर आए हैं.
‘बिना रिश्वत लिए नहीं होता है काम’
महासंघ के जिलाध्यक्ष सुनील कुमार और प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष पवन वर्मा ने बताया कि बाराबंकी लेखाधिकारी कार्यालय में शिक्षकों का कोई भी काम बिना रिश्वत लिए नहीं होता. आलम ये है कि रिश्वत न देने पर लेखा कार्यालय में शिक्षकों का काम महीनों तक लटकाकार रखा जाता है और उन्हें रिश्वत देने के लिए मजबूर किया जाता है. इनका कहना है कि आज इन्हीं सब बातों का विरोध करने के लिए शिक्षकों ने झाड़ू लगाकर लेखाधिकारी कार्यालय के भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी रूपी गंदगी को साफ करने का संकल्प शिक्षकों के द्वारा लिया गया है.