वाराणसी: रूस-यूक्रेन संकट के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव बृहस्पतिवार की शाम को भारत के दौरे पर पहुंच चुके हैं. बताया जा रहा है कि सर्गेई शुक्रवार को अपने समकक्ष और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे। इस दौरान द्वपक्षीय संबंधों पर चर्चा होने की भी संभावना है.
बता दें कि पिछले 36 दिनों से रूस यूक्रेन पर लगातार बम और मिसाइलों से हमला कर रहा है. ऐसे में यूरोपीय देशों और अमेरिका ने रूस पर कई तरह के कड़े प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे रूस की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है.
बता दें कि यूक्रेन के खिलाफ 24 फरवरी से जंग छिड़ने के बाद रूसी विदेश मंत्री की ये भारत में पहली उच्चस्तरीय यात्रा होगी. सर्गेई लावरोव की यात्रा ऐसे समय में होने जा रही है, जब अमेरिका के डिप्टी NSA दलीप सिंह भारत आने वाले हैं. दलीप सिंह 30-31 मार्च तक दिल्ली में रहेंगे. बताया जा रहा है कि रूस भारत के साथ कारोबार और उसके लिए जरूरी पेमेंट सिस्टम को आसान बनाने पर बात कर सकता है. लावरोव के इस दौरे का मकसद रूस से कच्चे तेल की खरीद से जुड़ा है. पश्चिमी देशों की ओर से रूस पर लगाए गए तमाम प्रतिबंधों और स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम से रूस को बाहर करने के चलते दोनों देशों के विदेश मंत्रियों में रुपये और रुबल में भुगतान करने पर भी चर्चा हो सकती है.
एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी को लेकर भी चर्चा संभव
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक भारत की ओर से सैन्य सामग्री और खासकर एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की समय पर डिलीवरी पक्की करने पर भी चर्चा हो सकती है. रूस और यूक्रेन में युद्ध की शुरुआत के बाद से रूसी विदेश मंत्री की ये तीसरी विदेश यात्रा है. इससे पहले 10 मार्च को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने तुर्की में जाकर यूक्रेन के विदेश मंत्री से बातचीत की थी. इसके बाद सर्गेई लावरोव 30 मार्च को अफगानिस्तान के मसले पर बैठक के लिए चीन पहुंचे थे.