वाराणसी (उत्तर प्रदेश). रामनगर में स्थित औद्योगिक क्षेत्र में उपयुक्त न मिल पाना, एक बहुत बड़ी समस्या है. इसी समस्या से निजात पाने की ओर एक कोशिश की जा रही है. अब रामनगर के औद्योगिक क्षेत्र को बिजली समस्या से उबारने के लिए फेज-1 के परिसर में 33/11 केवी क्षमता का बिजली सबस्टेशन बनाया जाएगा. इसका निर्णय कमिश्नर दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयुक्त सभागार में मंडलीय उद्योग बंधु की बैठक में लिया गया. कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने चंदौली के डीएम से बात की तो उन्होंने ने बताया कि जमीन चिह्नित है.
बैठक में अधिकारियों ने औद्योगिक क्षेत्र की जर्जर सड़कों के निर्माण की भी बात कहीं. कमिश्नर ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर कार्यों की जानकारी उद्यमियों को निर्माण के दौरान देते रहना होगा साथ ही उनके सुझाव भी लें और कार्यों को अधिक उपयोगी बनाएं. बैठक के दौरान बताया गया कि सितंबर में विश्वकर्मा जयंती पर बड़े स्तर पर एमएसएमई, ओडीओपी सहित विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं में ऋण वितरण कार्यक्रम होगा. जिसके लिए मंडल के सभी लीड बैंक अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि प्रोजेक्ट के प्रकरणों का तत्काल निस्तारण करें.
वहीं औद्योगिक स्थान चांदपुर की सड़कों के चौड़ीकरण, मरम्मत और नाली निर्माण का कार्य प्रगति पर है. पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन सुग्रीव राम ने बताया कि 15 सितंबर तक काम पूरा कर लिया जाएगा. औद्योगिक निवेश नीति के तहत 2 आवेदन आये थे, जिसकी त्रुटियां आवेदक दूर नहीं कर पाए, लिहाजा, उसे निरस्त कर दिया गया है. निवेश मित्र पोर्टल की समीक्षा के द्बारा बताया गया कि बिजली सेफ्टी, आबकारी, फूड सेफ्टी, वन, हाउसिंग, प्रदूषण, खाद्य, भूजल, रजिस्ट्रार फर्म सोसायटी आदि से संबंधित आवेदन आते हैं.
कमिश्नर ने सभी विभागों को निर्देश देते हुए कहा कि पोर्टल पर आए आवेदन को निर्धारित समय सीमा में निस्तारित करें. मेसर्स बीपी फार्मास्यूटिकल, रामनगर का वर्षों का लंबित प्रकरण निस्तारित होने पर फर्म ने उद्योग बंधु का धन्यवाद भी जताया. इस अवसर पर आरके चौधरी, राजेश सिंह, मनोज मद्धेशिया, ओबी बदलानी, अनुपम देवा, कमलाकांत पांडेय, केके गुप्ता, संयुक्त आयुक्त उद्योग उमेश सिंह सहित अन्य उद्यमी एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे.