अमेठी: यूपी मेंं विधानसभा चुनाव के पांचवे चरण को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को अमेठी और प्रयागराज में जनसभाओं को संबोधित किया. अमेठी में मोदी ने परिवारवाद पर हमला बोला तो प्रयागराज में उन्होंने विपक्ष को पलायनवादी और अंधविश्वासी कहा. अमेठी में पीएम मोदी ने कहा कि परिवारवाद की राजनीति ने देश का नुकसान किया है.
पीएम ने विपक्ष पर साधा निशाना
पीएम ने कहा कि परिवारवादी पार्टियां सबसे ज्यादा युवाओं का नुकसान करती हैं. परिवारवादी लोग जमीन की हकीकत से दूर आसमान में रहते हैं. जमीन पर क्या चल रहा है इन्हें दिखाई ही नहीं देता. घोर परिवारवादी लोग कभी सशक्त और आधुनिक यूपी का निर्माण नहीं कर सकते. ये लोग अफवाहवादी हैं, पलायनवादी हैं, ये लोग घोर अंधविश्वासी भी हैं. क्या किसी अंधविश्वासी को यूपी का युवा स्वीकार कर सकता है?
वहीं पीएम ने आगे कहा कि पहले लोग कहते थे कि पांचवें या छठे चरण के बाद विपक्ष के लोग ईवीएम को गाली देने लगेंगे. आपने देखा होगा कि चौथे चरण में ही सुबह से ईवीएम को गाली देना शुरू कर दिया. विपक्ष जैसे ही ईवीएम को गाली देना शुरू करे तो समझ जाइए कि उनका खेल खत्म. 2017 से पहले यूपी में जातिवाद, क्षेत्रवाद और नोटों के बंडल यही सब कुछ था. पहले की सरकारों ने युवाओं की जिन्दगी तबाह कर दी. आज फिर ये लोग यूपी के युवाओं को धोखा दे रहे हैं.
योगी सरकार ने 5 साल में 5 लाख युवाओं को दी नौकरी
इन लोगों ने अपने 10 साल के शासन में सिर्फ 2 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी और वो भी भाई-भतीजावाद, जातिवाद, पैसों के बंडल. जबकि योगी सरकार ने 5 साल में 5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी. इन नौकरियों में भी सिफारिश और भ्रष्टाचार का रास्ता नहीं, जातिवाद और भाई-भतीजावाद का रास्ता नहीं चला. पीएम मोदी ने कहा कि जब देश में वैक्सीनेशन शुरू हुआ तो मोदी लाइन तोड़कर पहले वैक्सीन लगवाने नहीं पहुंच गया था. हमने पहले स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को, सफाई कर्मचारियों को, बुजुर्गों को, गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को वैक्सीन लगवाने का मौका दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि मेरी मां 100 साल की हैं और उन्होंने भी लाइन नहीं तोड़ी. उनका जब नंबर आया तब ही उन्होंने वैक्सीन लगवाई. कानून-नियमों का पालन प्रधानमंत्री भी करता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि परिवारवादी पार्टियां युवा प्रतिभा का नुकसान करती हैं. भाजपा में आज कोई अध्यक्ष होता है, कल कोई और होता है. भाजपा ”पिता एंड संस” की प्राइवेट पार्टी नहीं है और न ही कभी हो सकती है. परिवारवादी पार्टियों में तो पिता के बाद बेटा या बेटी को ही कमान मिलती है. यह परिवारवादी पार्टियां संविधान का सम्मान नहीं करती हैं.