उन्नाव (UP): यूपी के उन्नाव में दलित युवती हत्या मामले में बड़ा मोड़ आया है. मृतक के परिजनों ने शव का दोबारा पोस्टमार्टम करने की मांग की है, जिसके बाद शव का दोबारा पोस्टमार्टम किया जा रहा है. आपको बता दें कि मृतका के परिजन पोस्टमार्टम और पुलिस की कार्रवाई से नाराज थे. परिजनों ने पीजीआई के डॉक्टरों से दोबारा पोस्टमार्टम करवाने की मांग की थी, जिसे जिलाधिकारी ने मान ली है.
पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में घाट से युवती का शव खुदवाकर पोस्टमार्टम हाउस लाया गया. जहां तीन डॉक्टरों की पैनल टीम ने दोबारा पोस्टमार्टम शुरू कर दिया है. डॉक्टरों के पैनल में FSL एक्सपर्ट भी मौजूद हैं. बताया जा रहा कि पैनल टीम में दो पुरुष और एक महिला डॉक्टर मौजूद है. वहीं, मामले की संजीदगी को देखते हुए पोस्टमार्टम हाउस में भारी पुलिस बल तैनात है.
गौरतलब है कि बीते 10 फरवरी को करीब दो माह से लापता दलित युवती का शव सपा सरकार में मंत्री रहे स्वर्गीय फतेह बहादुर सिंह के आश्रम के बगल खाली पड़े प्लॉट में सात फीट नीचे दबा मिला था. मंत्री के बेटे रजोल सिंह पर ही युवती का अपहरण के बाद हत्या का आरोप लगा है. पुलिस ने शव मिलने के बाद पोस्टमार्टम कराकर जाजमऊ के चंदन घाट पर अंतिम संस्कार करा दिया था. पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में युवती को घाट में दफन कर दिया गया था.