बस्ती: उत्तर प्रदेश के पांचवें चरण के मतदान से पहले सभी राजनीतिक दलों के नेता प्रचार प्रसार में जुट गए हैं. वहीं इसी क्रम में बीएसपी सुप्रीमो मायावती गुरुवार को बस्ती में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान मायावती ने समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला. मायावती ने कहा कि हमारी सरकार आने पर केन्द्र और यूपी सरकार के विवादित नियमों और कानूनों को लागू नहीं करने दिया जाएगा. बीएसपी की सरकार बनने पर सपा और भाजपा के शासन काल की तरह कानून व्यवस्था को खराब व लचर नहीं होने दिया जाएगा.
अपराधियों को मिलेगी सजा
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी की सरकार आने पर वापस से कानून का राज कायम होगा. जाति व धर्म के आधार पर लोगों का शोषण व उत्पीडन नहीं होने दिया जाएगा, जैसा की वर्तमान भाजपा सरकार में हो रहा है. खासकर कानून व्यवस्था को अच्छा बनाने के लिए जाति व दलगत से ऊपर उठकर यहां गुण्डों बदमाशों, माफियाओं और अन्य अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि मेरी सरकार में इनकी जेल के बाहर नहीं जेल के अन्दर सही जगह होती है. वर्तमान भाजपा सरकार ने जाति धर्म व राजनीतिक द्वेष की भावना के तहत जिन लोगों को खास कर धरना प्रदर्शन करने पर जबरदस्ती गलत आरोपों में फंसा कर उन पर अनेकों केस लगाए हैं, उन की जांच कर केस को वापस लिया जाएगा.
पुरानी पेंशन होगी बहाल
बसपा सुप्रीमों ने सरकार बनने पर पुरानी पेंशन बहाल करने की बात कही. उन्होंने कहा कि खासकर शिक्षा के क्षेत्र में और उन्य विभागों के कर्मचारी जो आए दिन अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करते हैं. उनके लिए एक आयोग गठित कर समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा, उनकी सही मांगों को माना जाएगा, जिसमें कर्मचारियों की पुरानी पेंशन को बहाल किया जाएगा.
बीजेपी की बी टीम कहने पर मायावती हुई नाराज
मायावती ने बसपा को भाजपा की बी टीम कहने वालों पर भी जमकर हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव में बसपा के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए विपक्षी बसपा को बीजेपी की बी टीम कह रहे हैं, जिसमें रत्तीभर भी सच्चाई नहीं है. अगर बीएसपी बीजेपी की बी टीम होती तो सपा ने एक बार विधानसभा और एक बार लोकसभा का चुनाव मिल कर क्यों लड़ा था. मुलायम सिंह ने जब संसद में भाजपा को जीत का आशिर्वाद देने गए थे, यदि उसे थोड़ी देर के लिए भुला भी दिया जाए तो भी खासकर मुलायम सिंह यादव का सन 1977 में बीजेपी के साथ यूपी की सरकार में बने रहना, कल्याण जी के साथ उनका गले मिलना, 2003 में मेरे सरकार छोड़ने के बाद बीजेपी के सहयोग से यूपी की सत्ता में अचानक आ जाना, यहां के लोग कैसे भुला सकते हैं.