रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यूक्रेन के 57 लोगों की जान जा चुकी है. इसके अलावा, 169 लोग घायल हो गए हैं. वहीं यूक्रेन पर हुए हमले के बाद वहां फंसे भारतीय छात्रों के परिवार दहशत में हैं. बता दें कि इस जंग में उत्तर प्रदेश के कई जिलों के लोग वहां फंसे हैं. कई लोगों की देश में सही-सलामत वापसी भी हो गई है. आइए हम आपको बताते हैं की यूपी के किस किस जिलें के बच्चे वहां फंसे हैं…..
बता दें कि उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के शास्त्रीपुरम निवासी श्रेया सिंह यूक्रेन में फस गई हैं. श्रेया सिंह यूक्रेन के इवानो फ्रेंक्विक्स शहर स्थित इवानो फ्रेंक्विक्स नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी (Ivano- Frankivsk National university Ukraine) से एमबीबीएस कर रही हैं. वह चतुर्थ वर्ष की छात्रा हैं. उनके साथ ही उनकी मौसी की बेटी सहारनपुर निवासी निहारिका सिंह भी यूक्रेन में एमबीबीएस की छात्रा है. युद्ध की जानकारी मिलने के बाद से ही श्रेया के परिवार वाले परेशान हैं. साथ ही लगातार श्रेया से वीडियो कॉलिंग के जरिये हालचाल ले रहे हैं
प्रदेश के बरसाना में रहने वाली राधिका भी यूक्रेन में फंसी हुई है. राधिका ने मदद के लिए भारतीय दूतावास से सीधा संपर्क साधा है. बेटी की सुरक्षा के लिए माता-पिता मोदी सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. एक मीडिया से बातचीत में परिवार वालों ने बताया कि राधिका सेफ है. वह यूक्रेन में इवानो शहर में रहती है जहां पर 2500 छात्र-छात्राएं रह रहे हैं. राधिका के पिता जगदीश गोयल ने बताया कि 4 मार्च को बेटी की फ्लाइट थी, लेकिन उससे पहले ही रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया.
वतन वापसी के लिए सरकार से लगाई गुहार
वहीं, मथुरा के भी कई छात्र और छात्राएं यूक्रेन में फंसे हुए हैं. मीडिया से बातचीत में परिजनों ने बताया कि यूक्रेन में आपातकाल जैसे हालात हो गए हैं. परिवार वालों ने यूक्रेन में फंसे छात्रों को सकुशल देश वापसी के लिए सरकार से गुहार लगाई है.
छात्रों ने लगाई सरकार से गुहार
वहीं राज्य के लखीमपुर के एक छात्रा और एक छात्र आलोक सिंह और उम्मी खातून भी रूस के हमलों के बीच यूक्रेन में फंसे हैं. जिस लेकर परिजनों ने चिंता जताते हुए सरकार से उनके अपनों की सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई है. साथ ही सरकार की सराहना करते हुए कहा है कि सरकार द्वारा उनके अपनों के लाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है. जल्द ही सरकार इसमें कामयाब भी हो जाएगी. .
संभल के 14 छात्र युक्रेन में फंसे
वहीं बात करे संभल की तो यहां पर 14 छात्र फंसे हुए हैं. इसमें संभल तहसील के 11, गुन्नौर से 1, चंदोसी के 2 छात्र फंसे हैं. युक्रेन में फंसे संभल तहसील के हाजी पुर गांव के मोहमद शादनान, मदाला गांव के अदनान, मोहमद आतिफ, बदरुद्दीन मोहमद फैजान, मोहम्मद शकिव, चंदोसी तहसील के जनेटा गांव के मोहम्मद कैस, मोहमद शारिक, मोहम्मद शूएव, समेत सभी 14 छात्रों ने अपने परिजनों को मोबाइल फोन पर जानकारी देकर बताया की सभी छात्र युद्ध क्षेत्र से महज 30 किलो मीटर की दूरी पर रह रहे हैं. जहां पर बम के धमाकों की आवाज साफ सुनाई दे रही है. जंग छिड़ने के बाद से इलाके में भगदड़ के हालात है. ऐसे में सभी लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं. वीडियो कॉल से बातचीत में सभी छात्रों ने अपने परिजनों और भारत सरकार से उन्हें सुरक्षित भारत वापस लाए जाने की गुहार लगाई है.
गाजीपुर का छात्र सैफ खान भी यूक्रेन में फंसा है. सैफ कोतवाली थाना क्षेत्र के सैयदवाडा निवासी शाहबुद्दीन खान का बेटा है. सैफ यूक्रेन के कीव शहर में एमबीबीएस 4 ईयर का छात्र है. सैफ के परिजन सरकार से सैफ और उसके साथ फंसे स्टूडेंट्स को वहां से निकलने के लिए सरकार से गुहार लगा रहे हैं.
यूपी के बांदा जिले के कस्बा निवासी नीरज गुप्ता भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं. वीडियो कॉल के जरिए खास बातचीत में नीरज गुप्ता ने बताया कि 4 साल पहले एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन के युवानो शहर गया थें. नीरज को 5 दिन बाद वापस लौटना था. जिसके लिए नीरज ने हवाई जहाज का टिकट भी बुक कर लिया था. युद्ध की जानकारी मिलने के बाद से परिवार वाले परेशान हैं. साथ ही नीरज के सही सलामत होने और जल्द देश लौटने की प्रार्थना कर रहे हैं.
कई लोगों की हुई देश वापसी
आपको बता दें कि कई लोगों की घर वापसी भी हो गई है. इसमें छात्रा रक्षा सचान और तुषार चौधरी शामिल हैं. यूक्रेन से लौटी छात्रा रक्षा सचान ने बताया कि वहां का माहौल खराब हो गया है. स्टूडेंट्स को बहुत दिक्कत हो रही है. लगातार लोग वहां से निकलने के लिए कोशिश कर रहे हैं. साथ ही जब बेटे तुषार को वापस सही सलामत घर पर आया, तो पिता ने आरती उतारकर बेटे का स्वागत किया.