वाराणसी (यूपी): काशी के अन्नपूर्णा मंदिर के महंत रामेश्वर पुरी का शनिवार को निधन हो गया. एक निजी अस्पताल में उन्होंने 67 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली. फिलहाल, उनका पार्थिव अंतिम दर्शन के लिए मंदिर प्रांगण में रखा गया है. रविवार की सुबह उनकी अंतिम यात्रा मंदिर परिसर से निकाली जाएगी.
बता दें कि हरिद्वार कुंभ स्नान के दौरान वह कोरोना से संक्रमित हो गए थे. इसके बाद कोविड से स्वस्थ्य होने के बाद अन्नपूर्णा मंदिर में निवास कर रहे थे. इसी बीच 11 जून को दोबारा कोविड पॉजिटिव होने के बाद उन्हें मेदांता अस्पताल (लखनऊ) में भर्ती कराया गया था.
उपमहंत शंकर पुरी के मुताबिक, विगत कुछ दिनों से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था और उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी. डॉक्टरों के जवाब देने के बाद शुक्रवार की रात उन्हें मेदांता से वाराणसी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां शनिवार की दोपहर करीब 3:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, “काशी अन्नपूर्णा मंदिर के महंत रामेश्वर पुरी जी के देहावसान से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने धर्म और अध्यात्म को समाज सेवा से जोड़कर लोगों को सामाजिक कार्यों के लिये निरंतर प्रेरित किया। ॐ शांति !”
काशी अन्नपूर्णा मंदिर के महंत रामेश्वर पुरी जी के देहावसान से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने धर्म और अध्यात्म को समाज सेवा से जोड़कर लोगों को सामाजिक कार्यों के लिये निरंतर प्रेरित किया। ॐ शांति !
— Narendra Modi (@narendramodi) July 10, 2021