उन्नाव: उन्नाव मामले में एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है. जहां वरिष्ठ अधिवक्ता और बहुजन समाजवादी पार्टी (बीएसपी) की नेता सीमा कुशवाहा पीड़ित परिवार की ओर से केस लड़ेंगी. मालूम हो कि ये वही वकिल है जिन्होंने निर्भया और हाथरस जैसे केस लड़े थे और न्याय भी दिलवाया था.
मालूम हों कि सीमा शुक्रवार को उन्नाव पहुंचकर मृतका के परिजनों से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवार की तरफ से केस लड़ने की बात कही. इसके अलावा सीमा ने एसपी उन्नाव से मिलकर मामले पर चर्चा की. इसके साथ ही उनसे मामले में अब तक की हुई कार्रवाई की जानकारी ली.
पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल
वहीं वरिष्ठ वकील सीमा ने पोस्टमार्टम की रिपोर्ट, पुलिस की कार्यशैली और कार्रवाई पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि अभी तक किन पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई हुई, एसपी ने इस बात की लिखित जानकारी नहीं दी. उन्होंने पीजीआई के डाक्टरों से दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की भी मांग की.
बता दें कि शुक्रवार को चन्दन घाट पर युवती का अंतिम संस्कार हो चुका है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि 8 दिसंबर से लापता युवती के मामले में उन्नाव पुलिस ने कार्रवाई नहीं की थी. अगर पुलिस समय से कार्रवाई करती तो आज उनकी बेटी जिंदा होती. वहीं, मृतका की मां ने पुलिस पर सपा सरकार में पूर्व मंत्री के बेटे रजोल सिंह से मिली भगत होने और लापरवाही का भी आरोप लगाया है.
निर्भया कांड था पहला केस
आपको बता दें कि सीमा कुशवाहा वहीं वकील हैं, जिन्होंने निर्भया केस लड़ा था. इस केस के चारों अपराधियों मुकेश सिंह, अक्षय सिंह ठाकुर, पवन कुमार गुप्ता और विनय कुमार शर्मा को 20 मार्च को फांसी दिलाई. निर्भया को इंसाफ दिलाने का श्रेय सीमा को ही जाता है. बता दें कि यह उनके वकालत के करियर का पहला केस था. इस केस को जीतने के लिए सीमा ने अपनी पूरी ताकत लगा दी. निर्भया और उनके परिजनों को इंसाफ दिलाने में इन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी.