हरदोई: जिले के बीजेपी विधायक माधवेन्द्र प्रताप सिंह ने समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव वीरेंद्र सिंह यादव के खिलाफ केस दर्ज कराया है, उनपर आरोप है की वह अनैतिक रूप से धन की मांग करते है और धमकाने है. पुलिस के मुताबिक, विधायक ने पूरे मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की थी. चुनाव आयोग के निर्देश पर सपा नेता के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
वहीं, इस मामले में सपा एमएलसी ने भारतीय जनता पार्टी के इशारे पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. सपा एमएलसी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि अधिकारियों को निर्देशित करें कि उनके कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न बंद करें.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि, बीजेपी के सवायजपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक और बीजेपी प्रत्याशी माधवेन्द्र प्रताप सिंह ने जिला महासचिव वीरेंद्र सिंह यादव के खिलाफ हरदोई की कोतवाली लोनार में FIR दर्ज कराई है. विधायक द्वारा दी गई तहरीर के मुताबिक, “समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी एवं कुख्यात अपराधी वीरेन्द्र सिंह यादव निवासी बरगदापुरवा थाना साण्डी जनपद हरदोई के द्वारा लगातार फोन करके अनैतिक रूप से धन की मांग करके परेशान किया जा रहा है. मालूम हो कि वीरे यादव पर विभिन्न थानों में गंभीर अपराधों के तहत मामले दर्ज हैं. उसके अपराधिक इतिहास को देखते हुये उसे जिला बदर भी किया जा चुका है.
वोट प्रभावित करने का आरोप
माधवेन्द्र प्रताप सिंह ने तहरीर में आगे लिखा कि अपराधी द्वारा कई बार मेरे पास लोगों को भेजकर धन की मांग की गयी, लेकिन मैंने इसको अनदेखा कर दिया. इस दंबग अपराधी ने मुझे 3 फरवरी रात साढ़े 10 बजे से तीन बार फोन किया. जब मैंने फोन उठाया तो इसने मुझसे अपनी मदद देने का ऑफर दिया. इसने मुझसे अपने जिला पंचायत क्षेत्र में न घूसने तथा गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी. बता दें कि वीरे यादव की दबंगई से उसके जिला पंचायत क्षेत्र के आम लोग डरे सहमे रहते है और गंभीर अपराधिक इतिहास है इसलिए यह मतदान भी प्रभावित कर लेता है. भाजपा विधायक ने इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की थी, जिसके बाद चुनाव आयोग के निर्देश पर कोतवाली लोनार में मुकदमा दर्ज किया गया है.”
फर्जी मुकदमे दर्ज करा रही भाजपा
वहीं, इस बारे में सपा एमएलसी राजपाल कश्यप का कहना है कि भाजपा उनकी पार्टी को बदनाम करने के लिए कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज करा रही है. उन्होंने चुनाव आयोग से मांग करते हुए कहा कि आयोग पुलिस और प्रशासन को निर्देश दें कि सभी निष्पक्ष होकर काम करें. किसी नेता के दबाव में आकर उनके पदाधिकारियों के खिलाफ फर्जी मुकदमे ना दर्ज करें. वहीं, इस मामले में पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच और कार्रवाई की जाएगी.