वाराणसी (यूपी): यूपी के वाराणसी में शुक्रवार की रात BHU के मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य (MCH) विंग के ओपीडी की फॉल्स सीलिंग गिर गई। रात का समय होने के कारण वहां कोई मरीज या तीमारदार मौके पर मौजूद नहीं था, जिससे कोई बड़ी घटना नहीं हो पाई. पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन किए हुए इस विंग का महज 36 घंटे के भीतर ही इसके निर्माण की पोल खुल गई. अब अस्पताल प्रशासन भी अपनी खामियां छिपाने में जुट गया है.
आपको बता दें कि 100 बेड के इस MCH विंग का 15 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी ने सभा के बाद खुद निरीक्षण किया था. 45.50 करोड़ रुपए की लागत से बने इस MCH विंग का एक-एक कोना चेक किया गया था. इसके बावजूद इस नवनिर्मित बिल्डिंग की फॉल्स सीलिंग गिरना कई सवाल खड़े कर रहा है.
16 जुलाई को ही शुरू की जानी थी ओपीडी
एमएस प्रो. केके गुप्ता ने MCH विंग में लोकार्पण के अगले दिन यानी 16 जुलाई को ओपीडी शुरू करने की बात कही थी. लेकिन ओपीडी अभी शुरू नहीं हो पाई है और अब एमएस का कहना है कि 19 जुलाई से ओपीडी शुरू करा दी जाएगी.
गिरी नहीं बल्कि वायरिंग के काम के लिए खोली गई थी फॉल्स सीलिंग: एमएस प्रो. केके गुप्ता
एमएस प्रो. केके गुप्ता का कहना है कि फॉल्स सीलिंग गिरी नहीं थी, बल्कि खोली गई थी. दरअसल, फॉल्स सीलिंग के अंदर से ही टेलीफोन और इंटरनेट इत्यादि का केबल लेकर जाना था. इस पर जब गुप्ता से पूचा गया कि जब फॉल्स सीलिंग खोली गई थी तो टूट कर गिर कैसे गई? इस पर एमएस गुप्ता ने कोई जवाब नहीं दिया और कहा कि सब कुछ सही कराया जा रहा है. फिलहाल, MCH विंग में किसी की भी आवाजाही प्रतिबंधित की गई है.