बिहार: पटना के सर्वाधिक महत्वपूर्ण कॉलोनियों में से एक पाटलिपुत्र कॉलोनी के पास स्थित ऐतिहासिक मैनपुरा देवी स्थान, शिव मंदिर और कुआं परिसर सालों से बदहाली के दौर से गुजर रहा है। शासन प्रशासन की घोर उपेक्षा के कारण इन स्थलों की गरिमा पर ग्रहण सा लगा हुआ है। इन ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों का उचित रख रखाव ना होने से वर्षों से यहां कुव्यवस्था का डेरा है। इस परिसर में अतिक्रमणकारियों का कब्जा बरकरार है।
इस परिसर का कई हिस्सा असामाजिक तत्वों का अड्डा बन गया है। चोर उचक्के, नशाखोर आदि का जमघट लगा रहता है। इससे मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन इससे प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ता और इस मामले में प्रशासन भी कोई संज्ञान नहीं ले रहा।
इस परिसर के सौन्दर्यीकरण के लिए व्यापक स्तर पर पेड़ लगाए गए थे जिसमें कई काटकर चोरी कर लिए गए, कई उचित रख रखाव के अभाव में सूख गए और कुछ पर उचक्कों की नज़र है। इस परिसर में मादक द्रव्यों का व्यापार भी किया जाता है। इस कारण सुबह से देर शाम तक नशाखोरो का मजमा लगा रहता है।
इस परिसर में स्थानीय नगर प्रशासन द्वारा नियमित रूप से साफ सफाई नहीं कराये जाने से गन्दगी का अम्बार लगा रहता है। महिलाओं के लिए शौचालय मूत्रालय आदि की व्यवस्था ना होने से महिला श्रद्धालुओं को भारी समस्याओं से रूबरू होना पड़ता है।
इस मंदिर की पीढ़ियों से सेवा करने वाले आचार्य धर्मेंद्र ने बताया कि अतिक्रमण रोकने के लिए कई बार पुलिस प्रसाशन और न्यायालय का रुख किया गया लेकिन इन रसूखदार अतिक्रमणकारियों के समक्ष सारी कवायद नाकाफी सिद्ध हुई है, लेकिन अब जनता मे जाग्रति आ रही है और लोग गलत कार्यों का अब विरोध करने लगे हैं। धार्मिक न्यास पार्षद ने भी परिसर का संज्ञान लिया है और इसके विकास के लिए योजना बनाने के लिए कहा है।