वाराणसी: उत्तर प्रदेश (UP) के वाराणसी जिले (Varanasi) में ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) के सर्वे की मांग के बाद अब मथुरा (Mathura) में भी शाही ईदागाह (Shahi Eidgah) के सर्वे की मांग की गई है. इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मनीष यादव (Manish Yadav) की याचिका को स्वीकार कर लिया है. 1 जुलाई को हाईकोर्ट शाही ईदगाह का वीडियोग्राफी सर्वे कराने की याचिका पर सुनवाई करेगा. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 4 महीने के अंदर मामले के निस्तारण का आदेश दिया है.
साधु-संतों में खुशी की लहर
हाई कोर्ट द्वारा शाही ईदगाह मामले में मथुरा कोर्ट को दिए गए 4 महीने में निस्तारण के निर्देश पर मथुरा के लोगों में खुशी का माहौल है. सभी साधु, संत, धर्माचार्य और याचिकाकर्ता चाहते हैं कि कोर्ट इस मामले में जल्द सुनवाई करें.
जल्द से जल्द हो सुनवाई
वहीं मथुरा के धर्माचार्य नागेंद्र महाराज ने कहा, वह कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हैं. ज्ञानवापी के सर्वे के आदेश के बाद अब मथुरा के शाही ईदगाह का सर्वे भी कोर्ट द्वारा कराए जाए, साथ ही इस मामले को जल्द निपटाया जाए.
मनीष यादव की तरफ से कोर्ट में दिए प्रार्थना पत्र में लिखा है कि शाही ईदगाह में पौराणिक साक्ष्य और प्राचीन शिलालेख मौजूद हैं, जिसे ईदगाह में दबा दिया गया है और पौराणिक साक्ष्यों को गायब कर दिया गया है. इस स्थिति को अदालत के समक्ष लाना आवश्यक है. किसी वरिष्ठ एडवोकेट को कमिश्नर नियुक्त करके मौके की रिपोर्ट मंगवाई जाए. मनीष यादव ने अंदेशा जताया है कि अगर कमीशन जारी नहीं किया जाता है तो प्रतिवादीगण हिंदू निशानियों को मिटा सकते हैं.