वाराणसी : चीन,हांगकांग व यूरोप के कुछ हिस्सों में कोविड-19 के नया वैरिएंट मामले तेजी से बढ़ रहे है इन बढ़ रहे मामलो के बिच भारत में कोरोना महामारी के नया वैरिएंट आने से भी कोई बड़ा असर नही होगा ,यह दावा देश के विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा किया गया है। और साथ में ही यह सुझाव दिया हैं कि मास्क की अनिवार्यता मे छूट देने के बारे में सरकार को विचार करना चाहिए ।उन्होंने इसकी वजह व्यापक टीकाकरण और प्राकृतिक संक्रमण से बनी प्रतिरोधक क्षमता को बताया।
देश में रोजाना मिल रहे कोरोना संक्रमण के मामले व मृतकों की संख्या में अब बेहद कमी आई है । इसलिए मास्क न लगाने के लिए कुछ छुट दी जा सकती हैं । रविवार को देश में कोरोना संक्रमित के नएं मामले 1761 मिले हैं। जो की पिछले 668 दिनों मे सबसे कम केस हैं और 127 लोगो की मौत भी हुई हैं ।सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस समय सक्रिय मामलों की संख्या 26,240 है।
मास्क आनिवार्यता मे छूट मिले
एम्स के वरिष्ठ महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय राय का कहना हैं कि कोरोना वायरस एक आरएनए वायरस है, जिसमें म्यूटेशन होता ही है। अब तक हजार से अधिक म्यूटेशन हो चुके, जिनमें पांच चिंताजनक थे।
• भारत ने दुर्भाग्य से पिछले साल दूसरी लहर को देखा हैं, लेकिन आज हमारी मजबूती बन चुकी है। प्राकृतिक संक्रमण हमे ज्यादा व लंबे समय तक रोग प्रतिरोधक क्षमता देते हैं। भविष्य में गंभीर लहर की संभावना कम है, सरकार चाहे तो मास्क की अनिवार्यता मे छूट दे सकती है।
•12 से 18 आयु वर्ग में टीकाकरण पर जोर दें: एनटीएजीआई अध्यक्ष डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा, अधिकतर लोग टीका ले चुके हैं, संक्रमण भी व्यापक स्तर पर फैला था, इसलिए अब नई लहर गंभीर स्तर पर नहीं आ सकती। हालांकि हमें सुरक्षा कम नहीं करनी चाहिए, क्योंकि नए वैरिएंट अब भी आ सकते हैं।
• दूसरे देशों का डाटा बताता है कि टीका न लेने वाले या आधी डोज लेने वालों में संक्रमण गंभीर बीमारी या मौत की वजह बन रहा है।
भारत में अब माहामारी खत्म
महामारी जन स्वास्थ्य केंद्र के विशेषज्ञ डॉ. चंद्रकांत लहरिया कहते है कि अब भारत में कोई नया वैरिएंट आए तब भी नई गंभीर लहर की संभावना कम है। हमे ओमीक्रोन के मिले डाटा से मान लेना चहिए कि भारत में अब महामारी लगभग ख़त्म हो चुकी हैं। हमने पिछले तीन लहर में प्राकृतिक संक्रमण के दौरान बड़ी संख्या में टीके के डोज से हाइब्रिड प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि पाई है।
90 प्रतिशत तक लोग संक्रमित हो चुके है
सफदरजंग अस्पताल के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रमुख डॉ. जुगल किशोर ने कहा, देश में सीरोपॉजिटिविटी बड़ी मात्रा में है, जो दर्शाता है कि करीब 90 प्रतिशत तक के नागरिक कोरोना की चपेट में पहले ही आ चुके हैं। अब मास्क पहनने का नियम बनाए रखना जरूरी नहीं है। प्राकृतिक संक्रमण हमें भविष्य में नई लहर आने पर गंभीर रूप से बीमार पड़ने से बचाने का काम करेगा।