रतलाम (मध्य प्रदेश). देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्यों में जरूरी सेवाओं के लिए छूट दी गई है. ऐसे में मध्य प्रदेश के रतलाम में जब पुलिसकर्मियों द्वारा वहां से गुजर रहे लोगों से कोरोना जांच कराने जाने को लेकर ई-पास मांगा गया, तो भाजपा नेता इन पुलिसकर्मियों से भीड़ गई. इस बीच कलेक्टर ने मामला सुलझाकर शांत कराया.
बीजेपी नेता और पुलिसकर्मियों के बीच इस झड़प का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. बीजेपी नेत्री का कहना है कि कोविड जांच के लिए किसी भी प्रकार के ई-पास की जरूरत नहीं है, तो पुलिसकर्मियों द्वारा इसके लिए ई-पास क्यों मांगा जा रहा है.
यह मामला तब हुआ जब खुद बीजेपी नेत्री व पार्षद सीमा टांक सिविक सेंटर स्थित तरणताल फीवर क्लीनिक पर पहुंची तब लोगों ने उनसे बताया कि कोविड जांच के लिए उनसे ई-पास मांगा जा रहा है. ऐसे सीमा टांक ने क्लीनिक पर सवाल उठाया कि जब डीएम और एसपी बोल चुके हैं कि इमरजेंसी में ई-पास ना मांगा जाए तो क्यों मांगा जा रहा है.
ऐसे में वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने कहा कि ऊपर से आदेश है. इस बात पर बीजेपी नेत्री भड़क गई और कहा कि या तो आदेश दिखाइए या तो लिख के दीजिए. इसके बाद टीआई किशोर पाटनवाला भी मौके पर पहुंच गए. इस दौरान टीआई और बीजेपी नेत्री के बीच जमकर बहस हुई.
मामला बढ़ता देख कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने सीमा टांक से बात कर मामला शांत कराया और जो लोग वहां जांच कराने के लिए पहुंचे थे, उन सभी लोगों की जांच कराई गई. इसके बाद डीएम ने कहा कि फीवर क्लीनिक भी यदि किसी को जाना है, तो उसके लिए ई पास अनिवार्य है.