देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पूर्ण बहुमत के साथ जीत हासिल की. वहीं 23 मार्च को पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. धामी के रूप में उत्तराखंड को अपना 12वां मुख्यमंत्री मिल गया. उनके साथ ही विधानसभा के 8 और सदस्यों ने शपथ ग्रहण की. हालांकि, नई कैबिनेट के गठन के बाद अब बीजेपी में नाराजगी उभर कर आने लगी है. कैबिनेट में जगह न मिलने से पूर्व कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल खासे नाराज बताए जा रहे हैं.
बिशन सिंह चुफाल बीजेपी से नाराज
बिशन सिंह चुफाल का कहना है कि वह पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से यह जरूर पूछेंगे की कमी कहां रही? इसके साथ ही चुफाल का मानना है कि नई कैबिनेट में क्षेत्रीय व जातीय संतुलन नहीं बना है. हम आपको बता दें कि बिशन सिंह चुफाल बीजेपी के वरिष्ठ विधायक हैं जो कई बार से चुनाव जीतते आए हैं.
बिशन सिंह चुफाल का कहना है कि मंत्रिमण्डल का जो गठन किया जाता है वह क्षेत्रीय और जातीय संतुलन से करते हैं. कैलकुलेशन में उनका नाम नहीं बैठा होगा, इसलिए उन्हें मंत्रिमण्डल से बाहर रखा गया. उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें एक नहीं 6 बार आशीर्वाद दिया है, क्योंकि उन्हें भरोसा है कि वह काम करता हैं. उनकी मेहनत देखकर जनता ने उन्हें हर बार वोट दिया. इसे देखते हुए चुफाल उन्हें कई वादे किए, जो वह पूरा करना चाहते हैं. चुफाल ने कहा कि वह विधायक हैं और अपना काम करते रहेंगे.
चुफाल को राज्यसभा भेजा जा सकता है?
ऐसा बताया जा रहा है कि बीजेपी नेतृत्व चुफाल को राज्यसभा में भेजने की बात कर रहा है. हालांकि, बिशन सिंह चुफाल ने साफ कहा है कि ऐसी कोई भी बात उनके संज्ञान में नहीं है. ऐसी कोई बात उनके सामने नहीं हुई है. अगर यह विषय सामने आता भी है तो सबसे पहले वह उस जनता से पूछेंगे, जिसने उन्हें चुनकर विधायक बनाया. चुफाल का कहना है कि वह अपनी जनता से पूछे बिना कोई काम नहीं करेंगे. जनता और कार्यकर्ता जो कहेंगे, वही होगा.
पार्टी के वरिष्ठ लोगों से पूछेंगे ये सवाल
बता दें कि मंत्रिमण्डल के लिए चुफाल का नाम नहीं चुना गया. ऐसे में उनकी तरफ से क्या कमी रह गई? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस बात की उन्हें कोई जानकारी नहीं है, लेकिन वह अपनी पार्टी के नेतृत्व से जरूर पूछेंगे कि उन्होंने ऐसी क्या कमी छोड़ दी? क्योंकि जनता भी उनसे पूछ रही है और उन्हें जवाब देना होगा.