भदोही (UP): उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के आगे के चरण को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. वहीं, भदोही जिले में सातवें चरण में मतदान होना है, जिसको लेकर नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसी क्रम में सोमवार को निषाद पार्टी ने भदोही की ज्ञानपुर सीट से बाहुबली विजय मिश्रा का टिकट काटकर विपुल दूबे को प्रत्याशी बनाया है. दरअसल, विजय मिश्रा 2017 में निषाद पार्टी से विधायक बने थे, लेकिन जेल जाने के बाद निषाद पार्टी ने विपुल दूबे को उम्मीदवार बनाया है.
आपको बता दें कि भदोही की तीन विधानसभा सीटों में ज्ञानपुर विधानसभा सीट सबसे चर्चित मानी जाती है. इस विधानसभा सीट से लगातार चौथी बार विजय मिश्रा विधायक हैं. तीन बार वह सपा और एक बार निषाद पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते थे. सभी पार्टियां ज्ञानपुर विधानसभा सीट पर जीत के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियों में जुटी हुई हैं.
निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे विजय मिश्रा
विधायक विजय मिश्रा की पत्नी ने पत्रकारों को जानकारी दी थी कि विधायक विजय मिश्रा चुनाव जरूर लड़ेंगे. इस बात की भी अटकलें लगाई जा रही थीं कि विधायक विजय मिश्रा निषाद पार्टी से टिकट मांग रहे हैं, और उनको पार्टी टिकट दे सकती है. लेकिन निषाद पार्टी ने विपुल दुबे को ज्ञानपुर से अपना उम्मीदवार सोमवार को घोषित कर दिया है. माना जा रहा है कि विजय मिश्रा निर्दल चुनावी मैदान में उतर सकते हैं.
गौरतलब है कि वर्तमान में विधायक विजय मिश्रा आगरा जेल में बंद है. उन पर अपने रिश्तेदार की प्रॉपर्टी पर कब्जा करने के साथ ही एक गायिका ने रेप का मुकदमा दर्ज कराया था, जिन मामलों में वह जेल में हैं.
सीट का सियासी तानाबाना
ज्ञानपुर विधानसभा सीट पर 1962 से 2017 तक की बात की जाए तो अब तक पांच बार कांग्रेस का इस सीट पर कब्जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी 1991 और 1996 में इस सीट पर काबिज रही, जबकि 1993 में बसपा ने एक बार जीत दर्ज की है. 2002 से 2017 तक ज्ञानपुर विधानसभा सीट पर विजय मिश्रा का कब्जा रहा है. आपको बता दें कि विजय मिश्रा 2002 से 2012 तक सपा की टिकट से इस सीट पर जीते हैं, जबकि 2017 के चुनाव में जब सपा ने उनकी टिकट काट दी थी तो निषाद पार्टी से चुनाव लड़कर वह विधानसभा पहुंचे थे.