वाराणसी: यूपी विधानसभा चुनाव सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनसभाओं में अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलाने की चेतावनी दी थी. यहां तक की सीएम योगी को लोगों ने ‘बुलडोजर बाबा’ का नाम भी दे दिया. वैसे तो योगी आदित्यनाथ बतौर मुख्यमंत्री 25 मार्च को शपथ लेंगे, लेकिन इससे पहले ही बुलडोजर ने गरजना शुरू कर दिया है. गुरुवार को कई जिलों में प्रशासन ने बुलडोजर चलवाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त करा दिया है.
अवैध संपत्ति पर चला बुलडोजर
बता दें कि यूपी में योगी सरकार के दूसरी बार शपथ ग्रहण समारोह से एक दिन पहले ही कैराना में शत्रु संपत्ति पर अधिकारियों का बुलडोजर चला है. जिले में अवैध निर्माण के खिलाफ प्रशासन ने बुलडोजर चलवाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त करा दिया है. साथ ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए हैं. मामले में मुख्य आरोपी को भी हिरासत में लिया गया है.
आपको बता दें, कैराना नगर के रामडा रोड व खुरगान रोड पर सैकड़ों बीघा शत्रु संपत्ति की जमीन मौजूद है. जहां कुछ दबंगों द्वारा पूर्व में करीब 13 बीघा भूमि पर प्लॉटिंग कर भूमि को औने पौने दामों में बेच दिया था. बताया गया कि शत्रु संपत्ति होने के कारण उनके द्वारा प्लॉट खरीदने वालों के नाम बैनामे नहीं किये जा सके थे. पिछले कई दिन से दबंगों द्वारा अवैध निर्माण का कार्य किया जा रहा था. तहसीलदार प्रियंका जायसवाल, नायब तहसीलदार राजस्व विभाग व पुलिस टीम के निर्देश पर अवैध रूप से बनाए जा रहे मकान पर बुलडोजर चलवाया गया.
गाजियाबाद में भी अवैध संपत्ति पर गरजा बुलडोजर
वहीं गाजियाबाद में भी करोड़ों रुपये की संपत्ति पर बुलडोजर चला है. वसुंधरा जोन के साइट चार में एक माफिया ने नगर निगम की 7084 हजार वर्ग मीटर की भूमि पर कब्जा कर बैंक्वेट हाल बना रखा था. जिसकी कीमत 85 करोड़ रुपये है. अधिकारियों ने बुलडोजर चलाकर इसे ध्वस्त कर दिया है. साल 1996 से इस भूमि पर कब्जा था. रसूखदार होने के कारण कार्रवाई करने से बार-बार नगर निगम कार्रवाई करने से कदम पीछे खींच लेता था. लेकिन आज बुलडोजर ने इस अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया. खाली कराई गई जगह नगर निगम स्वास्थ्य विभाग के वाहनों की पार्किंग के उपयोग में लाई जाएगी.
अवैध निर्माण पर हुई बुलडोजर कार्रवाई
वहीं गुरुवार की सुबह जौनपुर में भी बुलडोजर की धमक सुनाई दी. इस बार बुलडोजर के निशाने पर बरनवाल ज्वेलरी शॉप थी. दरअसल नजूल की भूमि पर अवैध रूप से निर्माण कार्य कराया गया था. जमीन पर कब्जा कर अवैध रूप से निर्माण कार्य कराया गया था, जबकि मानचित्र कार्यालय द्वारा बहुत पहले ही मानचित्र खारिज कर दिया गया था. इस संबंध में याचिकाकर्ता ने अपील भी की थी. अपील को संज्ञान में लेते हुए याचिकाकर्ता को यह हिदायत दी गई थी कि नजूल की भूमि पर किसी तरह का कोई निर्माण कार्य में हो, बावजूद इसके उनके द्वारा निर्माण कार्य कराया गया.
50 हजार के इनामी का घर धराशायी
मुज़फ्फरनगर में गुरुवार को 50 हज़ार के इनामी के घर कुर्की की कार्रवाई की. नगर कोतवाली क्षेत्र के क़िदवई नगर निवासी प्रवेज सैफ़ी उर्फ़ मल्लूक नाम का शातिर अपराधी मुरादाबाद के थाना बिलारी से डकैती के मामले में लम्बे समय से वांछित चल रहा है. जिस पर मुरादाबाद पुलिस ने 50 हज़ार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ है. जिसके चलते गुरुवार को मुरादाबाद और नगर कोतवाली पुलिस के द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुए घर का सारा सामान जब्त कर घर को बुल्डोज़र से धराशायी किया गया है.
जानें कैसे होती है बुलडोजर कार्रवाई
आपको बता दें कि बुलडोजर कार्रवाई दो स्थिति में होती है. पहला जब किसी ने सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा किया हो. इसके लिए लेखपाल, कानूनगो, एसडीएम, तहसीलदार से लेकर जिला प्रशासन की रिपोर्ट लगती है. जिसके बाद स्थानीय पुलिस बल की मदद से आगे की कार्रवाई की जाती है. वहीं, दूसरी स्थिति में जब कोई अपराधी सरेंडर ना करे और उसके द्वारा अवैध संपत्ति अर्जित की गई हो, तब बुलडोजर चलाया जाता है.