लखनऊ (उत्तर प्रदेश). धर्मांतरण के मामले में एटीएस को कुछ अहम जानकारी हाथ लगी है, जिसके आधार पर गुरुवार को एटीएस की टीम ने मलिहाबाद स्थित एक संस्था अल हसन एजुकेशनल एंड वेलफेयर फाउंडेशन के दफ्तर पर छापे मारे. फाउंडेशन के दफ्तर से कुछ अहम दस्तावेज एटीएस के हाथ लगे हैं.
इस फाउंडेशन का मलिहाबाद के रहमान खेड़ा में एक स्कूल भी चला रहा है, जिसमें छात्रों को निशुल्क शिक्षा देने का दावा भी किया जा रहा है. एटीएस को मिली जानकारी के अनुसार, इस फाउंडेशन में कुल सात मेंबर हैं, जिसमें इकबाल अहमद नदवी संस्था के मुख्य अध्यक्ष हैं. इस संस्था में उमर गौतम वाइस प्रेसिडेंट के पद पर तैनात है.
इस पूरे मामले को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद देख रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों से इस मामले में हर तरह से कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही यह भी कहा है कि इस मामले में जो भी दोषी है, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कारवाई की जाएगी.
जानकारी के अनुसार, दो दिन पहले यूपी एटीएस ने उमर गौतम और जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर बड़ी संख्या में किए जा रहे धर्मांतरण का खुलासा भी किया था. उमर गौतम दिल्ली के जामिया नगर स्थित बटला हाउस में इस्लामिक दावा सेंटर नामक संस्था का संचालक है. उस पर आरोप है कि नोएडा के मूकबधिर स्कूल के दर्जनों छात्रों का धर्मांतरण कराया है. फिलहाल, एटीएस उमर और जहांगीर आलम को 7 दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है.