कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है. फिरोजाबाद के बाद अब डेंगू में कानपुर को निशाना बनाया है. इस बीमारी के लगभग 40 मरीज अब तक कुरसौली गांव मैं मिले हैं. डर के मारे कई लोग अपने घरों में ताला लगाकर गांव छोड़ भाग गए हैं.
कुरसौली गांव में आज एक महिला की बुखार से मौत हो गई. बता दें कि 5 दिन में ही श्री राम प्रजापति और पूजा नाम की बच्ची की भी मौत हो चुकी है. गांववालों के मुताबिक अब तक गांव में 5 लोगों की मौत डेंगू से हो चुकी है और 30 से ज्यादा लोग डेंगू बुखार से अस्पताल में भर्ती है.
इतनी परेशानियों के बावजूद प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है, अभी भी जगह-जगह नालियों में कूड़ा जमा है. जैसे ही गांव में एक साथ 16 डेंगू मरीज की खबर आई वैसे ही सीएमओ डीएम और नोडल अधिकारी अनिल गर्ग गांव में दौरे के लिए पहुंच गए और कैंप लगाकर गांव में दवाइयां बांटना शुरू कर दिया.
गांव में हुई मौत की संख्या पर प्रशासन लगातार पर्दा डाल रहा है. 16 मरीजों की बात तो नोडल अधिकारी ने कबूल कर ली लेकिन जब गांव में मौतों का आंकड़ा उनसे पूछा गया तो उन्होंने डीएम आलोक तिवारी पर सारी जिम्मेदारी डाल दी.
कुरसौली गांव की तरह कानपुर के और इलाकों में लोग बुखार और डेंगू से मर रहे हैं. शहर के सारे अस्पतालों में इस बीमारी से मरीजों की सीट फुल हो गई है. ऐसे में भी प्रशासन ने मौतों का कोई आंकड़ा नहीं बताया है इससे साफ जाहिर होता है कि प्रशासन मरीजों के इलाज से ज्यादा उनके आंकड़ों को छुपाने में लगी है.