चित्रकूट: उत्तर प्रदेश में पहली बार ऐसा होने जा रहा है, जहां 9 पुलिसकर्मी अब पुलिस विभाग से मिली पिस्टल को आजीवन अपने पास रख सकेंगे. बता दें कि ये सरकारी पिस्टल शासन द्वारा उन्हें बतौर इनाम दी जाएगी, जो हमेशा डकैतों को मारने की उनकी दिलेरी याद दिलाती रहेगी.
5 लाख के इनाम को मुठभेड़ किया था ढेर
दरअसल, यूपी और एमपी में आतंक का पर्याय बने साढ़े पांच लाख के इनामी रहे डकैत गौरी यादव उर्फ उदयभान को मुठभेड़ में ढेर करने वाली STF की टीम को इनाम में तीन-तीन लाख रुपये संग पिस्टल मिलेगी. प्रदेश में यह पहली बार होगा कि डकैतों या बदमाशों को मारने वाली किसी टीम को इनाम में शस्त्र दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक द्वारा भेजी गई रिपोर्ट को अपर मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश ने स्वीकृति दे दी है.
डकैत गौरी यादव पर दर्ज थे 50 से अधिक मुकदमे
बता दें कि चित्रकूट में एसटीएफ टीम ने बीते वर्ष अक्टूबर माह में दस्यु गौरी यादव को ढेर किया था. गौरी यादव गैंग का सरगना था. उस पर साढ़े पांच लाख रुपये का इनाम था. साथ ही उस पर उत्तर प्रदेश में 31 व मध्य प्रदेश में 19 हत्या के अलावा लूट, डकैती, अपहरण, रंगदारी आदि के 50 से अधिक मुकदमे दर्ज थे. गौरी उत्तर प्रदेश में दर्ज 18 मुकदमों में वांछित था. 29 अक्टूबर को एसटीएफ को उसकी लोकेशन बहिलपुरवा के माड़ो बांध के पास ददरी जंगल में मिली थी.
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के निर्देश पर अपर पुलिस महानिदेशक एसटीएफ अमिताभ यश की अगुआई में नौ सदस्यीय टीम ने ददरी के जंगल में कांबिग की थी. 30 अक्टूबर की रात मुठभेड़ में करीब 50 राउंड फायरिंग के बाद टीम ने गौरी को ढेर किया था. उसके पास से एके-47, एक ओल्ड माडल क्लाश्निकोव सेमी आटोमेटिक राइफल, मैगजीन, एक 312 बोर की बंदूक और बड़ी मात्रा में कारतूस मिले थे.